क्या पंजाब के पठानकोट में बीएसएफ ने हेरोइन तस्कर को गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- पंजाब में नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
- बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने मिलकर एक सफल अभियान चलाया।
- हेरोइन और हथियारों की तस्करी रोकने के लिए सुरक्षा बल सक्रिय हैं।
- सोशल मीडिया का उपयोग तस्करों द्वारा किया जा रहा है।
- गिरफ्तार किए गए आरोपियों का नेटवर्क विस्तृत है।
पठानकोट, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में नशे की समस्या के खिलाफ सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और स्थानीय पुलिस को एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। रविवार को, बीएसएफ और पुलिस ने एक संयुक्त अभियान के दौरान हेरोइन के साथ एक ड्रग तस्कर को पकड़ लिया।
बीएसएफ को गुप्त जानकारी प्राप्त हुई थी कि पठानकोट के कोहलियान क्षेत्र में रहने वाली श्रुति सिंह अपने निवास पर मादक पदार्थ रखती है। सूचना के आधार पर, बीएसएफ के जवानों ने पंजाब पुलिस के सहयोग से संदिग्ध के घर की तलाशी ली और इस दौरान लगभग 80 ग्राम हेरोइन बरामद की।
बीएसएफ ने श्रुति सिंह को पंजाब पुलिस के हवाले कर दिया। बीएसएफ सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए सभी सहायक एजेंसियों के साथ मिलकर कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इससे पहले, पंजाब पुलिस ने सीमा पार तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की थी, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान से संचालित एक खतरनाक हथियार और मादक पदार्थ नेटवर्क का पर्दाफाश किया था। अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया और उनके पास से छह अत्याधुनिक पिस्तौल और 1 किलो 10 ग्राम हेरोइन बरामद की।
डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस कार्रवाई की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि आरोपी सोशल मीडिया और ड्रोन के माध्यम से पाकिस्तान के हैंडलरों के संपर्क में थे और पंजाब में हथियारों एवं नशीले पदार्थों की तस्करी का समन्वय कर रहे थे। पुलिस ने इस संदर्भ में शस्त्र अधिनियम और एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है।
यह कार्रवाई अमृतसर के सीमावर्ती क्षेत्रों में हुई, जहां पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा हथियार और नशीले पदार्थों की खेपें भेजी जाती हैं। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार किए गए आरोपी पंजाब के विभिन्न स्थानों पर नेटवर्क चला रहे थे। वे व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे प्लेटफार्मों पर पाकिस्तान के संचालकों के साथ कोडवर्ड्स में बातचीत कर रहे थे। ड्रोन के माध्यम से सामग्री सीमा पार फेंकी जाती थी, जिसे स्थानीय एजेंट उठाते थे। हेरोइन की यह खेप अफगानिस्तान से पाकिस्तान होते हुए भारत लाई गई थी। हथियार ऑस्ट्रिया और अमेरिका के हैं, जो आतंकवादी गतिविधियों के लिए उपयोग किए जा सकते थे।