क्या बठिंडा के गांव रायके कलां में पुलिस पर हमला हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- बठिंडा में विवाद ने हिंसक रूप ले लिया।
- पुलिस पर हमलावरों ने किया हमला।
- हवाई फायरिंग से स्थिति को नियंत्रित किया गया।
- 3 नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
- कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की गश्त में वृद्धि।
बठिंडा, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गांव रायके कलां में दो पक्षों के बीच का विवाद हिंसक हो गया। पुलिस की टीम को मामले को सुलझाने के लिए बुलाया गया, लेकिन उन पर भी हमला किया गया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि हमलावरों ने पुलिसकर्मियों पर धारदार हथियारों और ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया। तनाव को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
स्थानीय निवासी जशनदीप सिंह ने बताया कि जब वे अपने घर के बाहर बैठे थे, तभी कुछ लोग उनके घर में घुस आए। उनके पीछे गांव के 100 से अधिक लोग थे, जो इन लोगों को पीटने के इरादे से आए थे। घर में घुसे लोग अंदर से कुंडी लगाकर बैठ गए। इसके बाद गांववालों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस को सूचना मिली और जब वे मौके पर पहुंचे, तो भीड़ ने उन पर भी हमला कर दिया।
डीएसपी हरजीत सिंह मान ने बताया कि मेले के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए नंदगढ़ थाना पुलिस ने गश्त बढ़ा दी थी। उन्हें सूचना मिली थी कि गांव में दो पक्षों के बीच विवाद हुआ है। विवाद का कारण कुछ शरारती तत्व थे जो नशे में थे।
डीएसपी के अनुसार, पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। लेकिन नशे में धुत हमलावरों ने पुलिस पर धारदार हथियारों, कृपाण और पत्थरों से हमला कर दिया। स्थिति गंभीर हो गई और पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
डीएसपी हरजीत सिंह मान ने बताया कि इस हमले में एसएचओ सहित कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए थाना नंदगढ़ में एसएचओ के बयान पर 7 नामजद और कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। अब तक 3 नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।