क्या पंजाब में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो शूटरों की गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता है?

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क्या पंजाब में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो शूटरों की गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता है?

सारांश

पंजाब में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने गोल्डी ढिल्लों के दो सहयोगियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। क्या यह कार्रवाई राज्य में बढ़ती गैंगस्टर गतिविधियों पर काबू पाने में मदद करेगी?

Key Takeaways

  • एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स और पुलिस का संयुक्त अभियान प्रभावी साबित हुआ।
  • गोल्डी ढिल्लों से जुड़े दो शूटरों की गिरफ्तारी महत्वपूर्ण है।
  • पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान जवाबी कार्रवाई की।
  • पंजाब में गैंगस्टर गतिविधियों को खत्म करने के लिए पुलिस का प्रयास जारी है।
  • डीजीपी ने सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया।

चंडीगढ़, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने एसएएस नगर पुलिस के सहयोग से एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में सफलता प्राप्त की है। इस संयुक्त ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने विदेशी ठिकाने से संचालित गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लों (जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग से संबंधित है) के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान शरणजीत सिंह और अमन कुमार के रूप में हुई है।

यह कार्रवाई अंबाला–डेराबस्सी हाईवे पर स्थित घग्घर ब्रिज के निकट हुई, जहां पुलिस और आरोपियों के बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी भागने का प्रयास करते हुए पुलिस पर गोलीबारी करने लगे और जवाबी कार्रवाई में वे घायल हो गए। मौके से दो .32 बोर की पिस्तौल और 10 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने इस कार्रवाई की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की।

डीजीपी गौरव यादव ने एक्स पर लिखा, "हमने एक बड़ी सफलता प्राप्त की है, एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने एसएएस नगर पुलिस के साथ मिलकर एक गैंगस्टर की योजना को विफल किया और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के विदेशी गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लों से जुड़े दो गुर्गों - शरणजीत सिंह और अमन कुमार - को अंबाला-डेराबस्सी राजमार्ग पर घाघर पुल पर गोलीबारी के बाद गिरफ्तार किया।"

डीजीपी ने आगे बताया कि इस अभियान के दौरान, आरोपियों ने भागने का प्रयास करते हुए पुलिस दल पर गोलीबारी की और जवाबी गोलीबारी में घायल हो गए। प्रारंभिक जांच से यह पता चला है कि हाल ही में राजपुरा में हुई गोलीबारी में ये दोनों शामिल थे, जिन्हें गोल्डी ढिल्लों ने पंजाब के एक व्यापारी को निशाना बनाने का कार्य सौंपा था। इस दौरान दो .32 कैलिबर पिस्तौल और 10 जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए।

डीजीपी यादव ने एक्स पर आगे कहा, "पंजाब पुलिस गैंगस्टर नेटवर्क को समाप्त करने और पूरे पंजाब में शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के अपने मिशन के प्रति दृढ़ है।"

Point of View

NationPress
12/11/2025

Frequently Asked Questions

गिरफ्तार किए गए शूटर कौन हैं?
गिरफ्तार किए गए शूटरों की पहचान शरणजीत सिंह और अमन कुमार के रूप में हुई है।
यह कार्रवाई कब हुई?
यह कार्रवाई 12 नवंबर को हुई थी।
किस गैंग के सदस्य हैं ये शूटर?
गोल्डी ढिल्लों गैंग के सदस्य हैं।
पुलिस ने क्या बरामद किया?
पुलिस ने दो .32 बोर की पिस्तौल और 10 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
डीजीपी ने इस कार्रवाई के बारे में क्या कहा?
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पुलिस गैंगस्टर नेटवर्क को ध्वस्त करने के प्रति दृढ़ है।