क्या पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर हुए हमले की जांच होनी चाहिए?: सुरेंद्र राजपूत

सारांश
Key Takeaways
- पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर हुआ हमला गंभीर चिंता का विषय है।
- कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की है।
- उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है।
- जेलों में भी सुरक्षा की कमी है।
- सरकार को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
लखनऊ, १ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर जेल में हुए हमले की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की थी। अखिलेश ने लिखा कि भूतपूर्व विधायक एवं उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति पर जेल में हुए जानलेवा हमले की निष्पक्ष न्यायिक जांच होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश में कहीं भी कोई सुरक्षित नहीं है। इस पर राजपूत ने कहा कि जेलों में भी अब सुरक्षा नहीं बची है और उत्तर प्रदेश में महाजंगलराज चल रहा है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में राजपूत ने कहा कि निश्चित तौर पर कहीं भी सुरक्षा नहीं है। अब तो बस मुख्यमंत्री और जिला अधिकारी के दफ्तरों में हत्या होना बाकी है। इसकी जांच होनी चाहिए और हमलावरों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। सरकार को कानून-व्यवस्था बहाल करनी चाहिए।
बिहार में एसआईआर के बाद अंतिम मतदाता सूची जारी होने पर राजपूत ने कहा कि कांग्रेस इस सूची का गहन निरीक्षण कर रही है। उन्होंने बताया, "हमने सभी बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) को गांव-गांव और बूथ-बूथ जाकर सूचना इकट्ठा करने के निर्देश दिए हैं। सूची की जांच के बाद ही हम अपनी प्रतिक्रिया देंगे। यदि किसी कमी पाई गई, तो उसे उजागर करेंगे। यदि चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर काम करेगा, तो हम कमियों को सुप्रीम कोर्ट में उठाएंगे।"
एशिया कप ट्रॉफी को भारत लाने की चर्चा पर राजपूत ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को पनाह देता है, फिर भी हमने उनके साथ तीन मैच खेले। उन्होंने आरोप लगाया कि जब भारत ने तीन मैच जीते, तो इसकी तुलना 'ऑपरेशन सिंदूर' से की गई।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर दिए बयान पर राजपूत ने कहा कि ट्रंप क्या कह रहे हैं, इसका जवाब केंद्र सरकार को देना चाहिए। लेकिन यह सच है कि उनके एक पोस्ट के बाद सीजफायर हुआ। इस पर जवाब देना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद को समर्थन देने वाले पाकिस्तान के साथ एशिया कप खेलना गलत था।
लद्दाख को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के पोस्ट पर राजपूत ने कहा कि केंद्र सरकार आदिवासी विरोधी है। लद्दाख की जनता ने जो कुछ सहा है, उसका बदला चुनाव में लिया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के साथ वादा किया था, लेकिन अब धोखा दे रही है। संविधान की भाषा में वादे से मुकरने वाली सरकार को धोखेबाज कहा जाता है।
करूर भगदड़ मामले में गलत सूचना फैलाने के आरोप में एक यूट्यूबर को गिरफ्तार किया गया है। राजपूत ने कहा कि तमिलनाडु की सरकार फर्जी एनकाउंटर नहीं करती। यूट्यूबर ने गलत सूचना फैलाई, इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया। मामले की सख्ती से जांच हो रही है।