क्या रूसी राष्ट्रपति का भारत दौरा भारत के वैश्विक कद को मजबूत करेगा?
सारांश
Key Takeaways
- पुतिन का दौरा भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करने में सहायक है।
- प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व क्षमता को सराहा गया।
- भारत को ग्रोथ इंजन के रूप में देखा जा रहा है।
- वक्फ प्रॉपर्टीज का डिजिटलीकरण आवश्यक है।
- भगवद गीता का उपहार देने का महत्व है।
लखनऊ, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत के दो दिवसीय दौरे पर आए हैं। आज उनके दौरे का दूसरा दिन है। मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को मजबूत और सशक्त बनाने के लिए पूरी मेहनत से कार्य किया जा रहा है। वैश्विक मंच पर भारत ने खुद को एक मजबूत और सम्मानित देश के रूप में स्थापित किया है।
मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि वैश्विक मंच पर भारत ने खुद को मजबूत और सम्मानित देश के रूप में स्थापित किया है और दुनिया भर के बड़े देश भारत के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहे हैं। यह दर्शाता है कि भारत विश्व का एक ग्रोथ इंजन बन चुका है। भारत आर्थिक और सामाजिक रूप से नेतृत्व कर रहा है। हम सभी भारतीयों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हैं। हमें पूरा विश्वास है कि भारत को सुरक्षित और विकसित बनाने के लिए आगे भी इसी प्रकार से कार्य किया जाएगा।
वक्फ बिल पर मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि वक्फ एक्ट लागू होने के बाद, केंद्र सरकार ने वक्फ प्रॉपर्टीज और उनके दस्तावेजों को डिजिटली वेरिफाई करने के लिए उम्मीद पोर्टल लॉन्च किया था। दस्तावेज़ अपलोड करने के लिए छह महीने का समय दिया गया था, जिसकी आखिरी तारीख 6 दिसंबर थी। इस डेडलाइन को बढ़ाने के लिए रिक्वेस्ट की गई है। इस मुद्दे पर संबंधित मंत्री से मेरी मुलाकात हुई और विस्तृत चर्चा की गई।
पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को उपहार स्वरूप भगवद गीता भेंट की है। इस पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि व्लादिमीर पुतिन ने भारत को जिस प्रकार से सम्मान दिया है, वह विश्व के लिए एक बड़ा संदेश है। भारत के लिए यह बहुत खुशी की बात है। भगवद गीता देने का उद्देश्य यही है कि कर्म करते जाओ और फल की चिंता मत करो, सफलता अवश्य मिलेगी।