क्या नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन के अनुभव से देश को लाभ होगा?

सारांश
Key Takeaways
- सीपी राधाकृष्णन का अनुभव देश के लिए लाभकारी होगा।
- प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए एकजुट है।
- विपक्षी दलों में अंतर्कलह है।
- नेपाल की स्थिति चिंताजनक है।
- भारत-अमेरिका संबंध मजबूती की ओर बढ़ रहे हैं।
नई दिल्ली, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बधाई देते हुए कहा कि देश उनके अनुभव से लाभान्वित होगा।
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत के दौरान कहा कि विपक्षी सांसदों की अंतरात्मा जागृत हुई और उन्होंने सही उम्मीदवार को वोट दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए पूरी तरह एकजुट रहा और आगे भी रहेगा। इसी आधार पर सीपी राधाकृष्णन देश के उपराष्ट्रपति चुने गए हैं। मैं उन्हें बधाई देता हूं और मुझे विश्वास है कि देश उनके अनुभव से लाभान्वित होगा।
उन्होंने विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन में अंतर्कलह है, नेताओं में आपस में द्वंद है। इसीलिए उनमें सौम्यता नहीं है। यह गठबंधन नहीं है, राजनीतिक अवसरवादिता का गठजोड़ है।
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने आम आदमी पार्टी (आप) विधायक मेहराज मलिक को हिरासत में लिए जाने पर कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और उनके नेताओं का चरित्र हम सभी जानते हैं। अगर कोई गलती करता है, तो कानून अपना काम करेगा। इसलिए, अगर पार्टी के सदस्य दंगे या हिंसा में शामिल होते हैं, तो यह उचित नहीं है। लोकतंत्र में ऐसी हरकतों की इजाजत नहीं दी जा सकती और इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह मेरा विश्वास है।
वहीं, नेपाल में जेनरेशन-जेड के विरोध प्रदर्शन पर भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने कहा कि नेपाल की वर्तमान स्थिति चिंताजनक है। नेपाल हमारा मित्रवत पड़ोसी है और हमें उम्मीद है कि वहां जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी। हम सभी नेपाल के समृद्ध और शांतिपूर्ण भविष्य की कामना करते हैं।
उन्होंने भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता फिर से शुरू करने संबंधी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पोस्ट पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपति ट्रंप के ट्वीट का जवाब दिया है। पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत और अमेरिका के संबंध और भी मजबूत होंगे।