क्या राहुल गांधी ने हरिओम वाल्मीकि के परिजनों से मिलकर यूपी में दलितों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाया?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने हरिओम के परिवार से मिलकर न्याय की मांग की।
- उत्तर प्रदेश में दलितों का उत्पीड़न लगातार बढ़ रहा है।
- कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है।
- भाजपा सरकार की नीतियों पर निशाना साधा गया।
- हरिओम की बहन को नौकरी मिली है।
फतेहपुर, १७ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में मारे गए दलित युवक हरिओम वाल्मीकि पर देश का सियासी माहौल अभी भी भड़का हुआ है। शुक्रवार को रायबरेली के सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हरिओम वाल्मीकि के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में दलितों का उत्पीड़न निरंतर जारी है।
राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पीड़ित परिवार के साथ हत्यारों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। हरिओम की बहन बीमार है, और उसे घर में बंद कर रखा गया है। उत्तर प्रदेश में दलितों का उत्पीड़न जारी है। भाजपा राज में पूरे देश में दलितों के साथ अत्याचार और बलात्कार हो रहे हैं।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते हुए हरिओम के परिवार को न्याय दिलाने की मांग की और अपराधियों पर शीघ्र कार्रवाई की आवश्यकता जताई।
राहुल गांधी ने कहा कि सुबह से ही पीड़ित परिवार को धमकाया गया है। कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है और हम उनकी हर संभव मदद करेंगे।
कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "नेता विपक्ष राहुल गांधी ने फतेहपुर में हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मुलाकात कर उनका दर्द साझा किया। कुछ दिन पहले दलित समाज से आने वाले हरिओम जी की पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। उनका परिवार अत्यधिक पीड़ा से गुजर रहा है और न्याय की आशा में है। जो हरिओम वाल्मीकि के साथ हुआ, वह इस देश के संविधान के प्रति घोर अपराध है। यह विचारधारा समाज पर कलंक है। हम इस अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ते रहेंगे। ये देश मनुवाद से नहीं, बाबा साहेब के संविधान से चलेगा।"
राहुल गांधी के दौरे से पहले हरिओम वाल्मीकि के घर जाने वाले रास्तों पर विरोध में पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में लिखा है कि "गिद्ध बनकर मंडराते हैं, नफरत फैलाने आते हैं," "दर्द को मत भुनाओ, वापस जाओ," "हमें जाति पति में बताने की तुम्हारी ये कोशिश कभी कामयाब नहीं होगी," और कई अन्य पोस्टर भी लगे हैं।
रायबरेली में दलित युवक हरिओम वाल्मीकि को लोगों ने चोर समझकर २ अक्टूबर की रात पीट-पीटकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को जेल भेज दिया था।
फिलहाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिला प्रशासन की पहल पर हरिओम वाल्मीकि की बहन कुसुम देवी को अमर शहीद जोधा सिंह अटैया ठाकुर दरियाव सिंह चिकित्सा महाविद्यालय में आउटसोर्स के तहत स्टाफ नर्स के रूप में नियुक्ति पत्र दिया गया है।