क्या राहुल गांधी 17 जुलाई को रायबरेली दौरे पर बूथ कार्यकर्ताओं और प्रजापति समाज से संवाद करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का 17 जुलाई को रायबरेली दौरा।
- बूथ कार्यकर्ताओं और प्रजापति समाज से संवाद।
- पंचायत चुनावों के लिए चुनावी रणनीति को मजबूत करना।
- यह उनका अपने निर्वाचन क्षेत्र का पांचवां दौरा होगा।
रायबरेली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 17 जुलाई को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली का दौरा कर सकते हैं। इस दौरान वे पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठकें करेंगे। यह उनका 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र का पांचवां दौरा होगा।
रायबरेली में कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने राहुल गांधी के दौरे का पूरा कार्यक्रम साझा किया। समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, "17 जुलाई को राहुल गांधी का एक दिवसीय दौरे का कार्यक्रम तय है। वह तीन अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।"
कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी के अनुसार, 17 जुलाई को राहुल गांधी बूथ कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे। यह कार्यक्रम ऊंचाहार विधानसभा के अंतर्गत बाबूगंज में होगा। इसके बाद वे रायबरेली शहर में प्रजापति समाज के साथ संवाद करेंगे। अंत में, वे सताव ब्लॉक क्षेत्र में बूथ कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे, जहाँ उनका दौरा समाप्त होगा।
राजनीतिक दृष्टिकोण से यह दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इसके माध्यम से राहुल गांधी पंचायत चुनाव से पहले पार्टी की चुनावी रणनीति को मजबूती देंगे। इस दौरे में राहुल गांधी बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे और उन्हें जमीनी स्तर पर चुनावी रणनीतियों के बारे में मार्गदर्शन देंगे। पार्टी का उद्देश्य पंचायत चुनाव के माध्यम से आगामी विधानसभा चुनाव की भी मजबूत नींव रखना है।
हालांकि, कांग्रेस जिलाध्यक्ष का कहना है, "राहुल गांधी चुनाव की वजह से नहीं आ रहे हैं। रायबरेली राहुल गांधी और पूरे गांधी परिवार का घर है। वे अक्सर यहाँ आते रहते हैं।"
पंकज तिवारी ने बताया कि राहुल गांधी के दौरे को लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह है और सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
इससे पहले राहुल गांधी 29 अप्रैल को अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर गए थे। उन्होंने रायबरेली में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था। करीब ढाई महीने बाद वे फिर से रायबरेली पहुंच रहे हैं।