क्या राहुल गांधी का 'वोट चोरी' के खिलाफ अभियान जनता का समर्थन जुटाएगा?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का अभियान वोट चोरी के खिलाफ है।
- चुनाव आयोग से पारदर्शिता की मांग की जा रही है।
- लोगों को इस मुहिम में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
- लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह अभियान महत्वपूर्ण है।
- चुनाव आयोग ने आरोपों को खारिज किया है।
नई दिल्ली, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 'वोट चोरी' के विषय पर चुनाव आयोग से पारदर्शिता की मांग करते हुए एक नया अभियान आरंभ किया है। उन्होंने लोगों से इस मुहिम में शामिल होने की अपील की।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "वोट चोरी 'एक व्यक्ति, एक वोट' के मूल लोकतांत्रिक सिद्धांत पर हमला है। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के लिए साफ़-सुथरी मतदाता सूची आवश्यक है। चुनाव आयोग से हमारी मांग स्पष्ट है - पारदर्शिता प्रदर्शित करें और डिजिटल मतदाता सूची को सार्वजनिक करें, ताकि जनता और राजनीतिक दल उसका स्वयं ऑडिट कर सकें।"
उन्होंने आगे लिखा, "आप भी हमारे साथ जुड़कर इस मांग का समर्थन करें। लिंक (राहुल ने एक लिंक साझा किया है) पर जाएं या 9650003420 पर मिस्ड कॉल दें। यह लड़ाई लोकतंत्र की रक्षा के लिए है।"
अपनी पोस्ट के साथ, राहुल गांधी ने एक वीडियो संदेश भी साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा, "यह जरूरी है कि हम वोट चोरी को उजागर करें। इस कैंपेन का पूरा समर्थन करें। हमारी वेबसाइट पर सभी आवश्यक जानकारी और डेटा उपलब्ध है। आप इस मूवमेंट में शामिल हों और जो वोट चोरी की जा रही है, उसे रोकने का कार्य करें।"
गौरतलब है कि लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लगातार चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोप लगा रहे हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग वोट चोरी करवा रहा है और मैं 100 प्रतिशत सबूतों के साथ यह कह रहा हूं।
हालांकि, इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने राहुल गांधी के बयान को भ्रामक, तथ्यहीन और धमकाने वाला बताया है।
इस बीच, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की डिनर डिप्लोमेसी भी चर्चा में है। सूत्रों के अनुसार, इंडिया ब्लॉक के सांसदों के लिए खड़गे ने एक रात्रिभोज का आयोजन किया है। इसे विपक्षी गठबंधन के बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और चुनावों में कथित धांधली के खिलाफ मोर्चा बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।