क्या राहुल गांधी को भाजपा पर वोट चोरी का आरोप लगाने का कोई नैतिक हक नहीं है? - सैयद बाशा
सारांश
Key Takeaways
- सैयद बाशा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज किया।
- भाजपा पर आरोप लगाना नैतिक रूप से गलत है।
- कांग्रेस ने खुद सत्ता में रहते हुए वोट चोरी की है।
- बिहार में अल्पसंख्यक समुदाय ने भाजपा का समर्थन किया।
- भाजपा विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
विजयवाड़ा, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। आंध्र प्रदेश मुस्लिम मोर्चा के अध्यक्ष सैयद बाशा ने कांग्रेस द्वारा लगाए गए वोट चोरी के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि वोट चोरी का काम भाजपा नहीं, बल्कि स्वयं कांग्रेस करती है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान समय में वोट चोरी की कोई संभावना नहीं रह गई है।
सैयद बाशा ने सोमवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि इतिहास में कई उदाहरण हैं जो दर्शाते हैं कि कैसे कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए वोट चोरी की। इंदिरा गांधी भी इस मामले में संलिप्त रही हैं। ऐसे में कांग्रेस का आरोप कि भाजपा वोट चोरी के बल पर सत्ता में है, यह पूरी तरह बेबुनियाद है। ऐसे आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी को वोट चोरी के आरोप लगाने का कोई नैतिक हक नहीं है, क्योंकि यह कांग्रेस थी जिसने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय में वोट चोरी की थी। वर्तमान में ये लोग अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं, जिनमें कोई सत्यता नहीं है।
सैयद बाशा ने यह भी बताया कि यदि भाजपा वोट चोरी करती, तो बिहार में परिणाम कुछ और होते। उन्होंने कहा कि बिहार में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने भी भाजपा का समर्थन किया है, जो दर्शाता है कि कांग्रेस का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने आज तक वोट चोरी नहीं की है, और यही कारण है कि हम बिहार में भारी बहुमत से चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। यदि किसी ने वोट चोरी की है, तो वह कांग्रेस है।
सैयद बाशा ने कहा कि प्रधानमंत्री वोट चोरी नहीं कर रहे हैं, बल्कि विकास से जुड़े कार्य कर रहे हैं। भाजपा ने हमेशा विकास के मुद्दों को प्राथमिकता दी है और इस पर कोई समझौता नहीं किया है।