क्या हम बाबा साहेब के विचारों और संविधान की रक्षा कर सकते हैं: राहुल गांधी?
सारांश
Key Takeaways
- डॉ अंबेडकर का संविधान निर्माण में योगदान
- राहुल गांधी का संविधान की रक्षा का संकल्प
- अंबेडकर के विचारों का महत्व
- समाज में समानता और न्याय की आवश्यकता
- राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
नई दिल्ली, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को डॉ बीआर अंबेडकर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राहुल गांधी ने मीडिया से कहा कि बाबा साहेब ने देश को संविधान दिया है और हम इस संविधान की रक्षा करते हैं।
उन्होंने कहा, "अंबेडकर एक आइकन हैं। उन्होंने पूरे देश को एक मार्ग दिखाया और हमें संविधान प्रदान किया। इसीलिए हम उन्हें याद करते हैं और उनके विचारों और संविधान की रक्षा करते हैं।"
एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने लिखा, "बाबासाहेब अंबेडकर को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि। समानता, न्याय और मानवीय गरिमा की उनकी अनमोल विरासत संविधान की रक्षा करने के मेरे संकल्प को मजबूत करती है और एक ज्यादा समावेशी, दयालु भारत के लिए हमारे सामूहिक संघर्ष को प्रेरित करती है।"
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक्स पर लिखा, "स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री, प्रसिद्ध वकील, राजनेता और संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें सादर नमन। बाबासाहेब ने देश में स्वतंत्रता, समता, न्याय और बंधुत्व के विचार को आगे बढ़ाया और संविधान के माध्यम से शोषितों, वंचितों समेत हर एक भारतीय के अधिकार को सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई। बाबासाहेब के विचार सदैव देश का मार्गदर्शन करते रहेंगे।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने एक्स पर लिखा, "भारत रत्न बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की पुण्यतिथि पर सादर नमन और विनम्र श्रद्धांजलि। संविधान निर्माता के तौर पर देश के हर वर्ग को गरिमापूर्ण जीवन जीने का अधिकार देने, समावेशी समाज की नींव रखने के लिए पीढ़ियां उन्हें सदैव याद रखेंगी।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने लिखा, "भारतीय संविधान के शिल्पी, शिक्षा-संघर्ष-समता के प्रतीक, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। बाबा साहब ने दलित एवं शोषित समाज में आत्मसम्मान, शिक्षा और संवैधानिक अधिकारों की ज्योति प्रज्वलित की। 'शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो' का आपका संदेश सदैव बहुजन समाज की प्रेरणा रहेगा।"