क्या राहुल गांधी ने 'पर्वत पुरुष' दशरथ मांझी के बेटे को चुनाव लड़ाने का आश्वासन नहीं निभाया?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का वादा चुनाव में भागीरथ मांझी को टिकट देने का था।
- गुरु प्रकाश ने कांग्रेस पर दलितों का अपमान करने का आरोप लगाया।
- महागठबंधन का चेहरा सामंती और भ्रष्ट बताया गया।
पटना, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश ने बुधवार को कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने 'पर्वत पुरुष' दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी को चुनाव लड़ाने का आश्वासन दिया था, लेकिन उन्हें चुनावी लड़ाई में शामिल नहीं किया गया। आज भागीरथ मांझी ने अपनी पीड़ा मीडिया के सामने रखी।
गुरु प्रकाश ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आज भी कांग्रेस और राजद के लोग दलितों और महादलितों को केवल राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करते हैं और उनके साथ फोटो खिंचवाने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक बार फिर दलितों और महादलितों का अपमान किया है। कांग्रेस और राजद के नेताओं की एक लंबी सूची है जिन्होंने ऐसा कुकृत्य किया है।
गुरु प्रकाश ने आगे कहा कि कांग्रेस ने संविधान निर्माता बाबा साहेब का भी अपमान किया है। बाबा साहेब के निधन के 40 साल बाद उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम और सीताराम केसरी को भी कांग्रेस ने अपमानित किया। वर्तमान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया। अब भागीरथ मांझी भी इसी कड़ी में शामिल हो गए हैं।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या कांग्रेस सच में दलितों और महादलितों को समझती है? भागीरथ मांझी के एक बयान के ऑडियो को सुनाते हुए उन्होंने कहा कि वे दिल्ली गए और चार दिनों तक इंतजार करते रहे, लेकिन कांग्रेस के बड़े नेताओं से मुलाकात नहीं हो सकी। यह कांग्रेस की नव-सामंतवादी सोच को दर्शाता है।
गुरु प्रकाश ने कहा कि राहुल गांधी ने दलितों और अति पिछड़ों को टिकट देने का वादा किया था, लेकिन इस चुनाव में उन्हें बार-बार अपमान का सामना करना पड़ा। मंडल कमीशन के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले समाजवादी नेता शरद यादव के बेटे को राजद ने टिकट नहीं दिया, जबकि अपराधी शहाबुद्दीन के बेटे को टिकट दिया गया। उन्होंने कहा कि आदिवासी अस्मिता की बात करने वाले जेएमएम के साथ भी क्या व्यवहार हुआ? भाजपा नेता ने कहा कि एनडीए ने दलितों, महादलितों, और आदिवासियों को सम्मान देने का कार्य किया है, जबकि महागठबंधन का चेहरा सामंती और भ्रष्ट है।