क्या जम्मू-कश्मीर के राजौरी में बाढ़ ने तीन मासूमों की जान ले ली?

सारांश
Key Takeaways
- जम्मू-कश्मीर में बाढ़ ने तीन बच्चों को बहाया।
- स्थानीय लोगों ने एक बच्ची को बचाया।
- दो बच्चों की जान गई।
- प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की।
- भूस्खलन और बाढ़ के खतरों के प्रति जागरूक रहें।
राजौरी, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के कालाकोट स्थित सियालसूई क्षेत्र के मुहू गांव में अचानक आई बाढ़ और बारिश के प्रभाव से तीन बच्चे बह गए, जिनमें से दो की जान चली गई। एक बच्ची को स्थानीय लोगों ने समय पर बचा लिया।
जान गंवाने वालों की पहचान रकाफत अली (14 वर्ष) पुत्र मोहम्मद शबीर और सफीना कौसर (11 वर्ष) पुत्री मोहम्मद कबीर के रूप में हुई है। वहीं, रकाफत की बहन फरजाना कौसर (13 वर्ष) को ग्रामीणों ने बहाव में बहने से समय पर बचा लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, तीनों बच्चे गांव के पास स्थित नाले के किनारे मवेशी चरा रहे थे, तभी ऊपरी क्षेत्रों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण नाले में अचानक पानी का तेज बहाव आ गया। बहाव इतना तेज था कि बच्चे संभल नहीं पाए और रकाफत तथा सफीना उसकी चपेट में आ गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत बचाव का प्रयास किया, परंतु दोनों को नहीं बचाया जा सका।
इस दुखद घटना ने पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है। मृतक का परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर है, और गांव के लोग इस कठिन समय में परिजनों को हिम्मत दे रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही कालाकोट विधायक, प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस और सेना के जवान मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लेते हुए पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
प्रशासन ने मानसून के इस खतरनाक दौर में लोगों से अपील की है कि वे उफनते नालों और जल निकायों से दूर रहें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन को तुरंत सूचित करें।
बता दें कि मानसून के दौरान भूस्खलन और अचानक बाढ़ जैसी समस्याओं का खतरा बना रहता है। विशेष रूप से पहाड़ी क्षेत्रों में बार-बार इससे बचने की अपील की जाती है।