क्या रक्षाबंधन के अवसर पर स्कूली छात्राओं ने प्रधानमंत्री मोदी को राखी बांधी?

सारांश
Key Takeaways
- रक्षाबंधन भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने छात्राओं का स्वागत किया।
- भारतीय सेना के जवानों को भी राखी बांधी गई।
- रक्षा का वचन और स्नेह का बंधन।
- यह पर्व हमें एकजुट होने की प्रेरणा देता है।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पूरे देश में शनिवार को रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। भाई-बहन के रिश्ते को समर्पित इस त्योहार के अवसर पर दिल्ली के 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास पर एक भावनात्मक समारोह आयोजित किया गया, जहां विभिन्न स्कूलों की छात्राओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राखी बांधी।
दिल्ली के विभिन्न स्कूलों की छात्राओं ने पीएम मोदी की कलाई पर राखी बांधते हुए उनकी लंबी उम्र की कामना की। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी सभी छात्राओं का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके साथ समय बिताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले देशवासियों को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "सभी देशवासियों को रक्षाबंधन की अनेकानेक शुभकामनाएं।"
इस अवसर पर, भारतीय सेना के दक्षिणी कमान के जवानों को भी बच्चियों ने राखी बांधी। दक्षिणी कमान ने 'एक्स' पर लिखा, "रक्षाबंधन के पावन अवसर पर, संस्कृति फाउंडेशन के स्वयंसेवकों और बच्चों ने बाइसन डिवीजन के सैनिकों को राखी बांधी और यह दर्शाया कि हमारे सैनिक कभी अपने परिवार से दूर नहीं होते। हम इस समर्पण और स्नेह के बंधन को महत्व देते हैं जो राष्ट्र निर्माण में योगदान को और मजबूत करता है।"
इस पावन अवसर पर, नन्ही बच्चियों ने सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी को भी राखी बांधी। सेना प्रमुख का हाथ, जो देश की रक्षा का प्रतीक है, इन पवित्र राखियों से सज गया। यह राखी इस बात का प्रतीक है कि भारतीय सेना देश की सीमाओं की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहती है और नागरिकों को सेना पर पूरा भरोसा है।
रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं, जो उनकी लंबी उम्र और खुशहाली की प्रार्थना का प्रतीक है। भाई अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं।