क्या राम का विरोध करने वालों का रावण जैसा अंत होगा?: रामेश्वर शर्मा
सारांश
Key Takeaways
- रामेश्वर शर्मा का बयान कांग्रेस के लिए चुनौती है।
- कांग्रेस का राम विरोध पर भाजपा का पलटवार।
- महात्मा गांधी के विचारों का पालन करने का दावा।
- ग्रामीण विकास की नई योजनाएं लागू की गई हैं।
- राजनीतिक बयानबाजी का समाज पर असर।
भोपाल, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मनरेगा का नाम बदलकर ‘विकसित भारत जी राम जी’ किए जाने पर कांग्रेस की आपत्ति पर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राम का विरोध करने वालों का अंत रावण की तरह होगा और उसी प्रकार कांग्रेस का भी अंत निश्चय है।
भोपाल में एक मीडिया संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने महात्मा गांधी के नाम का इस्तेमाल किया है, लेकिन हम उनके विचारों और कार्यों का सम्मान करते हैं। कांग्रेस ने गांधी का नाम लेकर कई वादे किए हैं, फिर भी गरीबों के लिए घर नहीं बनाए। पूरी दुनिया जानती है कि यदि किसी ने वास्तव में महात्मा गांधी के राम राज्य के विजन को कार्यान्वित किया है, तो वह हैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
उन्होंने कहा कि हमने राम मंदिर का निर्माण कराया, गरीबों के लिए पक्के घर बनवाए, इलाज के लिए 5 लाख रुपये के आयुष्मान कार्ड दिए, इंश्योरेंस कार्ड जारी किए और नेत्रहीन किसानों को सम्मानित किया। महात्मा गांधी सभी वर्गों के विकास के पक्षधर थे और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में उनके विजन को पूरा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के डॉ. मनमोहन सिंह के दौर में मनरेगा में भ्रष्टाचार होता था। मनरेगा पर हमने नई योजनाएं लागू की हैं, जिससे ग्रामीण विकास की नींव रखी जाएगी। राम राज्य की कल्पना को साकार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पहले भी राम जी से परेशानी थी। कांग्रेस राम विरोधी है। सोनिया गांधी चाहती हैं कि कांग्रेस राम का विरोध करे। हम स्पष्ट तौर पर कहते हैं कि हम सभी महान व्यक्तित्वों का सम्मान करेंगे।
भाजपा विधायक ने कहा कि राम का विरोध करने वाले रावण का अंत हुआ, तो कांग्रेस का भी अंत होगा।
भाजपा नेता हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि महात्मा गांधी हर नागरिक के दिल में सम्मान रखते हैं। इस योजना को नया रूप दिया गया है और प्रधानमंत्री मोदी हमेशा आदिवासी कल्याण और समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं। किसी योजना का नाम बदलने या उसमें बदलाव करने से महात्मा गांधी के प्रति सम्मान कम नहीं होता। बल्कि, कांग्रेस के समय की तुलना में अब बहुत अधिक काम हुआ है।