क्या रियर एडमिरल सतीश वासुदेव ने पश्चिमी नौसेना कमान के मुख्य स्टाफ अधिकारी (संचालन) का पदभार संभाला?
सारांश
Key Takeaways
- रियर एडमिरल सतीश वासुदेव ने पश्चिमी नौसेना कमान के मुख्य स्टाफ अधिकारी (संचालन) का पदभार ग्रहण किया।
- वे नौवहन और दिशा के विशेषज्ञ हैं।
- उनके करियर में कई महत्वपूर्ण जहाजों की कमान शामिल है।
- उनकी विशेषज्ञता नौसेना की तैयारियों को नई ऊंचाई देगी।
- पश्चिमी नौसेना कमान की सुरक्षा में उनका योगदान महत्वपूर्ण होगा।
मुंबई, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। रियर एडमिरल सतीश वासुदेव ने आज पश्चिमी नौसेना कमान के मुख्य स्टाफ अधिकारी (संचालन) के रूप में ज़िम्मेदारी ग्रहण की। वे एक अनुभवी नौसेना अधिकारी हैं और नौवहन तथा दिशा के क्षेत्र में विशेषज्ञ माने जाते हैं।
एडमिरल को 1 जुलाई 1993 को नौसेना में कमीशन मिला था। उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) खड़कवासला, डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) वेलिंगटन और नौसेना युद्ध महाविद्यालय, गोवा से शिक्षा प्राप्त की है।
अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई महत्वपूर्ण जहाजों और तटीय पदों पर कार्य किया है। वे आईएनएस गोमती और आईएनएस तरकश जैसे युद्धपोतों की कमान संभाल चुके हैं। डीएसएससी में, उन्होंने निर्देशन स्टाफ के रूप में कार्य किया। इसके अलावा, वे नौसेना मुख्यालय (एनएचक्यू) में कमोडोर (नौसेना योजनाएं) और पूर्वी नौसेना कमान में कमोडोर (संचालन) के रूप में भी सेवा दे चुके हैं।
1 मार्च 2024 को फ्लैग रैंक पर प्रमोशन के बाद, वे मुंबई में फ्लैग ऑफिसर ऑफशोर डिफेंस एडवाइजरी ग्रुप (एफओडीएजी) के प्रमुख रहे। इसके बाद, उन्होंने गुजरात, दमन और दीव नौसेना क्षेत्र के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग का पद संभाला। अब, वे पश्चिमी नौसेना कमान में मुख्य स्टाफ अधिकारी (संचालन) के रूप में कार्यरत हैं।
रियर एडमिरल को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए नौसेना पदक से सम्मानित किया जा चुका है। पश्चिमी नौसेना कमान भारत की समुद्री सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह कमान मुंबई से संचालित होती है और अरब सागर तथा पश्चिमी तट की सुरक्षा करती है।
नए पद पर एडमिरल की नियुक्ति से कमान के संचालन में और मजबूती आएगी। उनकी विशेषज्ञता से नौसेना की तैयारियों को नई ऊंचाई मिलेगी। नौसेना के अधिकारियों ने उनकी नियुक्ति का स्वागत किया है।