क्या रानी चटर्जी की फिल्म 'परिणय सूत्र' दर्शकों को भाएगी?
सारांश
Key Takeaways
- रानी चटर्जी की नई फिल्म 'परिणय सूत्र' रिश्तों की गहराई को उजागर करती है।
- फिल्म में दोस्ती और परिवार के बीच की जटिलताओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- ट्रेलर दर्शकों के बीच लोकप्रिय हो रहा है।
- फिल्म का क्लाइमेक्स दिलचस्प है।
- निर्माण में संदीप सिंह और मंजुल ठाकुर का योगदान महत्वपूर्ण है।
मुंबई, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस) भोजपुरी सिनेमा की रानी चटर्जी की नई फिल्म 'परिणय सूत्र' का अद्भुत ट्रेलर जारी किया गया है, जिसमें परिवार, शादी और दो सखियों की सच्ची दोस्ती को दर्शाया गया है।
ट्रेलर शनिवार सुबह जारी किया गया, जो दर्शकों में बहुत लोकप्रिय हो रहा है।
इस ट्रेलर में रानी चटर्जी और तनुश्री के बीच की गहरी दोस्ती को दर्शाया गया है। तनुश्री की दो बेटियाँ हैं और रानी का एक बेटा। दोनों सखियाँ मिलकर बच्चों की शादी कराने का निर्णय लेती हैं। तनुश्री के परिवार वाले इस रिश्ते के लिए सहमति नहीं देते, लेकिन दोनों की शादी छोटी उम्र में हो जाती है। आगे चलकर, तनुश्री का परिवार इस शादी पर संदेह व्यक्त करता है कि यह उनकी लड़कियों के प्रति दया दिखाने के लिए की गई है, क्योंकि वे गरीब हैं। इस तरह की गलतफहमियों के कारण दोनों सखियों का रिश्ता टूट जाता है।
फिल्म में एक बड़ा मोड़ तब आता है, जब तनुश्रीरानी तनुश्री की बेटी का माँ की तरह ख्याल रखती है। फिल्म का क्लाइमेक्स भी बहुत दिलचस्प बताया जा रहा है। फिल्म की रिलीज़ की तारीख का अभी तक ऐलान नहीं किया गया है।
इस फिल्म का निर्देशन मंजुल ठाकुर ने किया है, और कहानी अरबिंद की है। संदीप सिंह और मंजुल ठाकुर ने मिलकर फिल्म का निर्माण किया है। परिणय सूत्र में रानी चटर्जी और तनुश्री के अलावा राकेश बाबू, प्रशांत सिंह, ललित उपाध्याय, विद्या सिंह, रिंकू आयुषी, रामनरेश श्रीवास्तव, प्रिया राज पुरोहित, और अशोक गुप्ता शामिल हैं, जबकि बाल कलाकार के रूप में दीक्षा मिश्रा और श्रेयश यादव ने काम किया है।
फिल्म के अलावा, रानी टीवी सीरियल 'प्रथाओं की ओढ़े चुनरी: बींदणी' में खलनायिका के भूमिका में भी दिखाई दे रही हैं। इस सीरियल में रानी की एंट्री डाकू ज्वाला के रूप में हुई है, जो बदला लेने आई है। अब घेवर और कुंदन मिलकर कैसे ज्वाला की आग से परिवार को बचाएंगे, यह अगले एपिसोड में पता चलेगा, लेकिन रानी के निगेटिव किरदार को दर्शकों का काफी प्यार मिल रहा है। रानी का कहना है कि पर्दे पर महिलाओं को अक्सर रोते और दुखी दिखाया जाता है, लेकिन वह सशक्त नारी के रोल करना पसंद करती हैं, चाहे वह निगेटिव ही क्यों न हो।