क्या आरजेडी के माता-पिता, जेजेडी के पोस्टरों में नहीं हो सकते?: तेजप्रताप यादव

सारांश
Key Takeaways
- तेज प्रताप यादव का बयान राजनीतिक संबंधों की जटिलता को उजागर करता है।
- महिलाओं के सम्मान की बात करते हुए उन्होंने सभी वर्गों को जोड़ने का वादा किया।
- उन्होंने मुख्यमंत्री की योजनाओं पर भी सवाल उठाए हैं।
- जेजेडी का उद्देश्य सभी वर्गों के साथ आगे बढ़ना है।
पटना, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) के संस्थापक और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपनी नई पार्टी के पोस्टरों में अपने माता-पिता, लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की तस्वीरें न होने पर अपना स्पष्टीकरण दिया।
तेजप्रताप ने कहा कि मेरे माता-पिता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से जुड़े हैं। मैं अपनी पार्टी के पोस्टरों पर उनकी तस्वीरें कैसे लगा सकता हूं?
मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी के पोस्टरों में मेरे माता-पिता की तस्वीर कैसे हो सकती है, जबकि वे दूसरी पार्टी में हैं? उनकी तस्वीर तो उनकी पार्टी में होनी चाहिए।
राजद नेता तेजस्वी यादव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि तेजस्वी के आवास पर जो होर्डिंग्स लगे हैं, उनमें भी माता-पिता की तस्वीरें नहीं हैं। उनसे जाकर पूछिए कि उनकी तस्वीरें क्यों गायब हैं।
तेज प्रताप ने कहा कि वे अपने माता-पिता का सम्मान करते हैं, जो उनके दिल में हैं। उन्होंने राजद नेता राहुल तिवारी के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि हम मां दुर्गा से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें सद्बुद्धि दें। उनकी बुद्धि खराब हो चुकी है। वे नीतीश कुमार के संपर्क में हैं। मेरी वजह से ही उन्हें राजद में टिकट मिला था।
जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) के बारे में उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सभी वर्गों को साथ लेकर चलेगी, न कि केवल यादव समुदाय को। उन्होंने कहा कि नवरात्रि में मां दुर्गा की शक्ति का उत्सव मनाया जाता है। महिलाएं समाज की अनोखी शक्ति हैं और उनका सम्मान होना चाहिए। हर राजनीतिक दल को उन्हें पहचान और सम्मान देना चाहिए।
हालांकि, उन्होंने महिलाओं को 10 हजार रुपए देने पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत चुनाव से पहले पैसा दिया जाएगा और चुनाव के बाद ले लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वे महुआ में एक पार्टी कार्यक्रम में शामिल होंगे, जहां कार्यकर्ता और समर्थक एकजुट होंगे। तेज प्रताप ने कहा कि हमारी पार्टी जब चुनाव लड़ेगी, तब इसकी घोषणा की जाएगी। संगठन में सभी वर्गों को जोड़ा जाएगा और महिलाओं को विशेष सम्मान दिया जाएगा।