क्या एयर इंडिया के सैन फ्रांसिस्को से मुंबई लौटते विमान में कॉकरोच मिले?

सारांश
Key Takeaways
- एयर इंडिया के विमान में कॉकरोच मिलने से यात्रियों को असुविधा हुई।
- एयरलाइन ने तुरंत सफाई की और यात्रियों की सीटें बदलीं।
- कंपनी ने इस घटना की जांच का आश्वासन दिया है।
- दुर्घटनाओं में प्रभावित परिवारों के लिए एयर इंडिया ने वित्तीय सहायता दी।
- सुरक्षा और सफाई के मामले में एयरलाइन की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। एयर इंडिया ने जानकारी दी है कि सैन फ्रांसिस्को से मुंबई आ रहे विमान में दो यात्रियों को सीट बदलनी पड़ी, क्योंकि उन्होंने विमान में कुछ छोटे कॉकरोच देखने की शिकायत की थी।
एयरलाइन ने अपने बयान में कहा कि यह घटना एयर इंडिया की उड़ान संख्या एआई180 में हुई।
एयर इंडिया ने आगे कहा, "सैन फ्रांसिस्को से कोलकाता होते हुए मुंबई जाने वाली उड़ान संख्या एआई180, दुर्भाग्यवश, दो यात्री विमान में कुछ छोटे कॉकरोच देखकर परेशान हो गए। इसलिए, हमारे केबिन क्रू ने दोनों यात्रियों को उसी केबिन की दूसरी सीटों पर बिठाया, जहां वे आराम से बैठ गए।"
एयरलाइन ने बताया कि कोलकाता में उड़ान के निर्धारित ईंधन भरने के दौरान, कंपनी के ग्राउंड क्रू ने समस्या के समाधान के लिए तुरंत सफाई की। इसके बाद, वही विमान समय पर मुंबई के लिए रवाना हुआ।
कंपनी ने कॉकरोच की उपस्थिति को लेकर सफाई देते हुए कहा, "कीटों और अन्य हानिकारक जीवों को नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से कीटनाशकों या अन्य रसायनों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन कभी-कभी ग्राउंड ऑपरेशन के दौरान कीड़े विमान में घुस सकते हैं। एयर इंडिया इस घटना के स्रोत और कारण का पता लगाने के लिए एक व्यापक जांच करेगी और ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के उपाय लागू करेगी। यात्रियों को हुई किसी भी असुविधा के लिए हम क्षमा चाहते हैं।"
इससे पहले, कंपनी ने एयर इंडिया एआई-171 दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने के बारे में एक अपडेट साझा किया था।
कंपनी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा था, "एयर इंडिया एआई-171 दुर्घटना से प्रभावित परिवारों के साथ एकजुटता से खड़ी है। हम उनके नुकसान पर शोक व्यक्त करते हैं और इस कठिन समय में सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। एक महीने से भी पहले एयर इंडिया ने प्रभावित परिवारों की तत्काल वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए 25 लाख रुपए का अंतरिम भुगतान जारी करना शुरू किया था। यह अंतरिम भुगतान किसी भी अंतिम मुआवजे में समायोजित किया जाएगा।"