क्या मंडल रेल यात्री परामर्शदात्री समिति की बैठक में नई ट्रेनों का फैसला हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- नई ट्रेनों का संचालन शुरू होगा।
- यात्री सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता।
- महिला और पुरुष शौचालयों का निर्माण।
- कैंसर मरीजों के लिए विशेष सुविधाएं।
- कंप्यूटरीकृत आरक्षण केंद्र की मांग।
समस्तीपुर, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के समस्तीपुर स्थित रेल मंडल मुख्यालय में बुधवार को मंडल रेल यात्री परामर्शदात्री समिति की दूसरी बैठक आयोजित की गई, जिसमें कई नई ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया गया।
इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें रेलवे यात्रियों की सुविधाओं में सुधार पर जोर दिया गया। बैठक की अध्यक्षता मंडल रेल प्रबंधक ज्योति प्रकाश मिश्रा और वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनन्या स्मृति ने की।
समस्तीपुर से लोकमान्य तिलक टर्मिनल तक चलने वाली स्पेशल ट्रेन को नियमित रूप से चलाने की मांग भी उठाई गई। इसके साथ ही कैंसर मरीजों और अन्य जरूरतमंद यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने की भी मांग की गई।
इसके अलावा, हायाघाट स्टेशन पर कंप्यूटरीकृत आरक्षण केंद्र खोलने और समस्तीपुर स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 2-3 और 4-5 के पास महिला और पुरुष शौचालयों के निर्माण की भी मांग की गई, जिससे यात्रियों की समस्याएं हल हो सकें।
जेडआरयूसीसी सदस्य कृष्ण कुमार ने विशेष रूप से जयनगर से मनिहारी तक चलने वाली जानकी एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव मंडल के महत्वपूर्ण स्टेशनों हायाघाट और किशनपुर पर करने की मांग उठाई। इसके अलावा, मुजफ्फरपुर से आनंद विहार के बीच चलने वाली सप्तक्रांति और गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन के मार्ग विस्तार की भी मांग की गई, ताकि ये ट्रेनें समस्तीपुर या कर्पूरी ग्राम स्टेशन से चल सकें।
बैठक में जेडआरयूसीसी और डीआरयूसीसी के कई सदस्यों ने यात्री सुविधाओं के विकास के लिए सुझाव और मांगें प्रस्तुत कीं। इनमें पारस जैन, राजीव सिंह, कृष्ण देव प्रसाद सिंह, राजेश सिंह, मनोज झा, शैलेंद्र कुमार मिश्रा और अन्य प्रमुख सदस्य शामिल थे।
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि हमें दो और पत्र और परामर्श मिले हैं, इस पर विचार करके जल्दी ही शुरू किया जाएगा, जिससे यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा मिल सके। बैठक में अपर मंडल रेल प्रबंधक सन्नी सिन्हा, डीसीएम आरके सिन्हा, एसीएम राजेश कुमार और अन्य रेलवे अधिकारी भी मौजूद थे। इन अधिकारियों ने सभी प्रस्तुत मांगों पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।