क्या पीएम मोदी को पहलगाम हमले पर संसद में बयान देना चाहिए? : संतोष कुमार

सारांश
Key Takeaways
- संतोष कुमार ने पीएम मोदी से स्पष्ट बयान की मांग की।
- ट्रंप के बयान ने राष्ट्रीय हितों को प्रभावित किया।
- संसद में महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए।
- राहुल गांधी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी गई।
- सीट बंटवारे पर इंडिया ब्लॉक की बैठक में चर्चा जरूरी है।
नई दिल्ली, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के राज्यसभा सांसद संतोष कुमार ने केंद्र सरकार से अपील की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में आकर हाल में हुए घटनाक्रमों पर स्पष्ट बयान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम के संबंध में किए गए दावों जैसे मुद्दों पर देश के हितों को प्रभावित करने वाले बयानों पर प्रधानमंत्री को संसद में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। पहलगाम में जो घटनाएँ हुईं, उसके बाद कई मुद्दे उठे हैं। ट्रंप के बयान हमारे राष्ट्रीय हितों के खिलाफ हैं। इसलिए प्रधानमंत्री को संसद में आकर बयान देना अनिवार्य है।
संतोष कुमार ने कहा कि भारत ने विभिन्न देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं, लेकिन इन मुद्दों पर संसद में खुलकर चर्चा होनी चाहिए। राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़े इन संवेदनशील मामलों पर सरकार को पारदर्शिता बरतनी चाहिए।
राहुल गांधी द्वारा आरएसएस-सीपीआई पर की गई टिप्पणी पर संतोष कुमार ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी का यह बयान बहुत ही गलत है। इंडिया ब्लॉक के इतने बड़े नेता होने के नाते उन्हें ऐसे बयान नहीं देने चाहिए।"
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कथित अनियमितताओं पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में क्या हुआ था, इस बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है। कांग्रेस को अपनी गलतियों को समझना चाहिए। राज्य नेतृत्व की बात सुनना भी आवश्यक है।
उन्होंने बिहार में मतदाता सूची के विशेष संशोधन और अन्य मुद्दों को भी संसद के मानसून सत्र में उठाने की बात कही। इंडिया ब्लॉक की रणनीति पर बोलते हुए संतोष कुमार ने कहा कि बिहार और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में परिस्थितियाँ अलग हैं, लेकिन सीट बंटवारे पर जल्द से जल्द फैसला लेना आवश्यक है।
उन्होंने कहा, "सीट शेयरिंग की बात जल्द होनी चाहिए। यह हमारी पार्टी की मांग है और इंडिया ब्लॉक की बैठक में इस पर चर्चा होनी चाहिए।"