क्या सपा हमेशा वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध करती रहेगी? : रईस शेख

सारांश
Key Takeaways
- सपा वक्फ संशोधन विधेयक का लगातार विरोध कर रही है।
- रईस शेख ने संविधान की रक्षा का आश्वासन दिया है।
- भाजपा सांसद के विवादास्पद बयानों पर सपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
मुंबई, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के वक्फ कानून पर दिए गए बयान के जवाब में, समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक रईस शेख ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध किया है और भविष्य में भी इसका विरोध करते रहेंगे।
रईस शेख ने मंगलवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "यह स्पष्ट है कि वक्फ संशोधन विधेयक संविधान के खिलाफ है। यदि इस तरह का मामला उठता है, तो संसद के माध्यम से उचित कार्रवाई की जाएगी, जो कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। लेकिन, सपा का रुख एकदम स्पष्ट है। हमने सदन के अंदर और बाहर वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध किया है और हम इसे पूरी तरह से नकारते हैं।"
विधायक ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के 'पटक-पटक कर मारने' वाले बयान पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "निशिकांत दुबे ने महाराष्ट्र की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने एक सम्मानित सांसद होते हुए यह बात कही है, उन्हें इसका एहसास होना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।"
अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के बयान पर रईस शेख ने कहा, "मुझे गर्व है कि भारत में अल्पसंख्यकों समेत सभी नागरिक सुरक्षित हैं, लेकिन भाजपा जिस तरह का माहौल बना रही है, वह सद्भावना को लक्ष्य बनाती है। मंत्री रिजिजू ने अल्पसंख्यकों को फायदे मिलने की बात की है, लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि ये सभी चीजें संविधान से प्राप्त हैं, इसका सरकार से कोई संबंध नहीं है।"
इससे पहले, समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आजमी ने मंत्री रिजिजू के बयान पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा, "मंत्री होकर भी वे संविधान के खिलाफ बोलते हैं। मैं खास तौर पर मुसलमानों के बारे में बात कर रहा हूं। मुसलमानों को कमजोर करने के लिए 'अल्पसंख्यक' शब्द का प्रयोग न करें।"