क्या सरदार पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति ने भारत को अखंड बनाया? 150वीं जयंती पर देशभर में भव्य आयोजन: संजय सेठ

सारांश
Key Takeaways
- सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर भव्य आयोजन होंगे।
- युवाओं को जोड़ने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- इन आयोजनों का उद्देश्य एकता और अखंडता की भावना को बढ़ाना है।
- पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था पर भी चर्चा होगी।
रांची, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने शनिवार को कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देश की रियासतों को एकजुट कर जो ऐतिहासिक योगदान दिया, वह अद्वितीय है।
उनकी 150वीं जयंती के अवसर पर देश भर में 31 अक्टूबर से 25 नवंबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनका उद्देश्य सरदार पटेल के व्यक्तित्व और उनके कार्यों को जन-जन तक पहुंचाना है। रांची लोकसभा क्षेत्र में भी इन कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिसमें युवाओं को जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।
संजय सेठ ने कहा कि सरदार पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति ने भारत को एक और अखंड बनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उनकी प्रेरणा से विकसित भारत 2047 और स्वदेशी के संकल्प को आगे बढ़ाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि माई भारत पोर्टल और सोशल मीडिया के माध्यम से चित्रकला, वाद-विवाद, और रेल बनाओ प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रमों के जरिए युवाओं को सरदार पटेल के योगदान से अवगत कराया जाएगा। इसके अलावा, 31 अक्टूबर से शुरू होने वाली एकता यात्रा और 8-10 किलोमीटर की पदयात्रा हर संसदीय क्षेत्र और जिले में आयोजित होगी। रांची में दो महीने तक चलने वाले इन आयोजनों में स्कूलों और कॉलेजों में चित्रकला, वाद-विवाद, और अन्य प्रतियोगिताएं होंगी। गांव से शहर तक पदयात्राएं, प्रबुद्धजनों के बीच विचार गोष्ठियां, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सरदार पटेल के विचारों को जनता तक पहुंचाया जाएगा।
इन कार्यक्रमों का लक्ष्य एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना को मजबूत करना और समाज के हर वर्ग को जोड़ना है। यह अभियान सरदार पटेल के अखंड भारत के सपने को साकार करने का एक महायज्ञ है, जिसमें हर व्यक्ति को योगदान देना चाहिए।
इस अवसर पर संजय सेठ ने पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "पश्चिम बंगाल में कानून का राज खत्म हो गया है। हाल ही में एक सांसद और विधायक की जान लेने की कोशिश की गई, जो चिंताजनक है।"