क्या शहीद-ए-आजम भगत सिंह स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक थे? : सीएम विष्णुदेव साय

सारांश
Key Takeaways
- भगत सिंह का जीवन हमें त्याग और देशभक्ति का पाठ पढ़ाता है।
- आत्मनिर्भर भारत का सपना स्वदेशी उत्पादों को अपनाने से ही साकार होगा।
- युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
रायपुर, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रविवार को शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती के अवसर पर राजधानी रायपुर में स्थित भगत सिंह चौक पर जाकर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें नमन किया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह स्वतंत्रता संग्राम के एक उज्ज्वल नायक थे, जिन्होंने अपने अदम्य साहस, अटूट देशभक्ति और सर्वोच्च बलिदान से आने वाली पीढ़ियों के लिए अमिट प्रेरणा छोड़ी है। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है और स्वतंत्रता के लिए त्याग ही सच्ची देशभक्ति का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगत सिंह के विचार और आदर्श आज भी युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करते हैं।
इस मौके पर रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा, सीजीएमएससी अध्यक्ष दीपक म्हस्के, अल्पसंख्यक बोर्ड के अध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने की अपील करते हुए आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट लिखा, "वोकल फॉर लोकल सिर्फ स्वदेशी उत्पाद खरीदने की अपील नहीं, बल्कि हर भारतीय के आत्मसम्मान और आर्थिक आजादी का मंत्र है।"
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा कि जब भी हम स्वदेशी उत्पाद अपनाते हैं, तब हम किसी किसान, कारीगर, मजदूर या उद्यमी की मेहनत और सपनों को अपने जीवन का हिस्सा बनाते हैं। यही असली राष्ट्रसेवा है- अपने देश की मिट्टी से जुड़े उत्पादों को प्राथमिकता देना।
सीएम साय ने एक अन्य 'एक्स' पोस्ट में लिखा कि रविवार को भारतीय जनता पार्टी के ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ समारोह में शामिल हुए और हम सबने स्वदेशी संकल्प पत्र भरते हुए आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लिया। मेरा दृढ़ विश्वास है कि स्वदेशी ही आत्मनिर्भर भारत का सबसे सशक्त मार्ग है।