क्या तृणमूल सांसद की अभद्र टिप्पणी शर्मनाक है, माफी मांगनी चाहिए क्या: शांभवी चौधरी

सारांश
Key Takeaways
- महिलाएं पूरी तरह सशक्त हैं और अपनी सुरक्षा के लिए पुरुषों पर निर्भर नहीं हैं।
- राजनीतिक नेताओं को अपनी टिप्पणियों के लिए जिम्मेदार होना चाहिए।
- समाज में सुधार लाने के लिए आवश्यक है कि हम महिलाओं के प्रति सम्मान को बढ़ावा दें।
नई दिल्ली, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की सांसद शांभवी चौधरी ने पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक छात्रा के साथ हुए बलात्कार की घटना पर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी की टिप्पणी को लेकर कड़ा विरोध जताया है।
शांभवी चौधरी ने कहा कि एक ओर यह पार्टी खुद को प्रगतिशील और विचारधारा की लड़ाई लड़ने वाली बताती है, जबकि इसके नेता ऐसी शर्मनाक टिप्पणियां करने में संकोच नहीं करते। पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों और तृणमूल नेताओं की संलिप्तता पर गंभीर सवाल उठते हैं।
उन्होंने कहा, "तृणमूल कांग्रेस को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। राज्य में एक बेटी के साथ बलात्कार होता है और अपराधी उनकी पार्टी से जुड़े निकलते हैं। इसके बावजूद, पार्टी का एक सांसद ऐसी अभद्र टिप्पणी करता है कि आज की महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए पुरुषों पर निर्भर हैं। यह बेहद शर्मनाक है। खासकर तब जब उनकी पार्टी की मुखिया और राज्य की मुख्यमंत्री स्वयं एक महिला हैं।"
शांभवी ने कहा कि आज की महिलाएं पूरी तरह सशक्त हैं और अपनी सुरक्षा के लिए पुरुषों पर निर्भर नहीं हैं। आज की महिलाएं न केवल अपने लिए लड़ाई लड़ सकती हैं, बल्कि अपनी सुरक्षा का ध्यान भी स्वयं रख सकती हैं। जो पुरुष यह कहते हैं कि महिलाओं को उनकी जरूरत है, वही पुरुष आगे चलकर महिलाओं पर अत्याचार और प्रताड़ना करते हैं। जब तक ऐसी मानसिकता वाले लोग समाज में रहेंगे, तब तक महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकना मुश्किल होगा। तृणमूल कांग्रेस को अपनी पार्टी के भीतर सुधार लाने की आवश्यकता है।
उन्होंने तृणमूल सांसद की टिप्पणी को न केवल महिलाओं का अपमान बताया, बल्कि इसे पूरे समाज के लिए शर्मिंदगी का विषय भी माना। ऐसे पुरुषों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक से करना चाहिए। यदि पुरुष अपनी जिम्मेदारी निभाएं, तो महिलाएं स्वाभाविक रूप से सुरक्षित रहेंगी। हमें पुरुषों से सुरक्षा की आवश्यकता नहीं है।"
शांभवी ने कल्याण बनर्जी से माफी की मांग करते हुए कहा, "उन्हें अपनी पार्टी की मुखिया ममता बनर्जी और पूरे पश्चिम बंगाल की जनता से माफी मांगनी चाहिए। ऐसी टिप्पणियां न केवल महिलाओं का अपमान करती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि टीएमसी की विचारधारा में कितनी खामियां हैं।"