क्या प्रधानमंत्री मोदी समेत नेताओं ने श्री गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि दी?
सारांश
Key Takeaways
- गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान हमारे समाज के लिए एक प्रेरणा है।
- उनकी शिक्षाएं आज भी महत्वपूर्ण हैं।
- दिल्ली में भव्य समागम का आयोजन किया जा रहा है।
- साहस और त्याग का प्रतीक बने गुरु तेग बहादुर जी।
- धर्म और मानवता के लिए संघर्ष का महत्व।
नई दिल्ली, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस मंगलवार को मनाया जा रहा है। इस विशेष अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई प्रमुख नेताओं ने श्री गुरु तेग बहादुर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर, हम उनके अद्वितीय साहस और बलिदान को नमन करते हैं। आस्था और मानवता की रक्षा के लिए उनकी शहादत हमारे समाज को हमेशा प्रेरित करती रहेगी।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा, "सिख धर्म के नौवें गुरु, ‘हिंद की चादर’ गुरु तेग बहादुर जी के 350वें बलिदान दिवस पर उन्हें नमन करता हूं। गुरु तेग बहादुर जी ने आध्यात्मिक साधना, सत्संग और स्वसंस्कृति की रक्षा के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कश्मीरी पंडितों के लिए अपनी आवाज उठाई और धर्म की खातिर अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। उनके शौर्य और त्याग की गाथा हमें गर्व से भर देती है।"
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा, “धरम हेत साका जिनि कीआ सीस दीआ पर सिरड न दीआ।” धर्म एवं मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सिख पंथ के नौवें पातशाह, हिन्द दी चादर, श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस पर श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।"
उन्होंने आगे लिखा कि गुरु तेग बहादुर जी ने समाज को अत्याचार के खिलाफ खड़े होने की शक्ति प्रदान की। उनके बलिदान और शिक्षाएं हमें एकता और सद्भाव का संदेश देती हैं। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लिखा, "धर्म, मानवता और सत्य के लिए अपने प्राणों का सर्वोच्च समर्पण करने वाले, सिख धर्म के नौवें गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर उन्हें भावपूर्ण नमन।"
उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली सरकार द्वारा लाल किले के ऐतिहासिक प्रांगण में तीन दिवसीय भव्य समागम का आयोजन किया जा रहा है। आइए, हम सब गुरु तेग बहादुर जी के चरणों में नमन करें और उनके अद्वितीय त्याग और शिक्षाओं को नई पीढ़ियों तक पहुंचाने का संकल्प लें।