क्या देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम है?

Click to start listening
क्या देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम है?

सारांश

श्रद्धालुओं का उत्साह और भक्ति का अद्भुत संगम, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। दिल्ली, हरिद्वार और कन्नौज में भक्तों की भारी भीड़, मंदिरों की भव्य सजावट, और सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम इस पर्व की खासियत हैं। जानें इस पावन पर्व के बारे में और भी खास बातें।

Key Takeaways

  • श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भक्ति और प्रेम का प्रतीक है।
  • देशभर में लाखों श्रद्धालु इस पर्व को मनाने के लिए एकत्रित होते हैं।
  • मंदिरों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं।
  • हरिद्वार, कन्नौज और दिल्ली में विशेष आयोजनों का आयोजन होता है।
  • जन्माष्टमी का पर्व भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है।

दिल्ली/हरिद्वार/कन्नौज, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व देशभर में अपार उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। सुबह से ही मंदिरों में भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है। दिल्ली से लेकर हरिद्वार और कन्नौज तक भक्त भजन-कीर्तन और नृत्य के साथ इस कृष्ण जन्मोत्सव को विशेष बना रहे हैं। मंदिरों को फूलों, रंग-बिरंगी लाइटों और विशेष सजावट से सजाया गया है, जबकि सुरक्षा के लिए चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं.

राजधानी दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी उत्सव की विशाल तैयारियां की गई हैं। मंदिर को देश-विदेश से लाए गए फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से खूबसूरती से सजाया गया है।

भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए सुबह से ही लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। मंदिर प्रबंधन ने मध्यरात्रि 12 बजे तक दर्शन की व्यवस्था की है। सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस के जवान और निजी सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।

जन्माष्टमी के अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता प्रशांत विहार के बालाजी मंदिर पहुंचीं। वहां पहुंचने पर भक्तों ने उनका भव्य स्वागत किया। सीएम रेखा गुप्ता ने भगवान कृष्ण को झूला झुलाया। इस दौरान राधा-कृष्ण के बाल स्वरूप में सजे बच्चों के साथ उन्होंने फोटो भी खिंचवाए। सीएम ने कहा कि जन्माष्टमी का यह पावन पर्व भक्ति और प्रेम का प्रतीक है, जो समाज में एकता और सद्भाव को बढ़ाता है।

धर्म नगरी हरिद्वार में जन्माष्टमी का उत्सव बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। मंदिरों और घाटों को विशेष रूप से सजाया गया है। सुबह से ही भक्तों की भीड़ भगवान कृष्ण के भजन गाते और नृत्य करते देखी गई।

गुजरात के सोमनाथ महादेव मंदिर को भी जन्माष्टमी के अवसर पर सजाया गया है। मंदिर में भगवान कृष्ण के जन्म दर्शन की विशेष व्यवस्था की गई है। भक्त सोमनाथ महादेव और भगवान कृष्ण के एक साथ दर्शन पाकर धन्य महसूस कर रहे हैं। मंदिर परिसर में भक्ति और उत्साह का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है।

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। नगर के खाटू श्याम मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है। शाम से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी। सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए पुलिस अधीक्षक ने मंदिर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया है। ड्रोन कैमरों से मंदिरों और आसपास के क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है।

मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में कृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिरों में भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा है। मंदिरों में भगवान कृष्ण की झांकियां सजाई गई हैं। इस वर्ष इलेक्ट्रॉनिक झालर और स्वचालित खिलौनों से विशेष सजावट की गई है।

महाराष्ट्र के पुणे में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और सैनिकों की वीरता को सलाम करते हुए इस बार दही हांडी उत्सव में देशभक्ति का रंग देखने को मिला। गोविंदा पथक ने लाल महल चौक पर आयोजित दही हांडी में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विशाल बैनर प्रदर्शित किया, वहीं भारत के तिरंगे झंडों से पूरा माहौल देशभक्ति के उत्साह से गूंज उठा।

खास बात यह रही कि इस समारोह में डीजे पर प्रतिबंध लगाकर पारंपरिक ढोल-ताशों की गूंज के बीच दही हांडी मनाई गई।

Point of View

बल्कि यह समाज में एकता और प्रेम का भी संदेश देता है। इस अवसर पर देशभर में श्रद्धालुओं की भागीदारी और उत्साही वातावरण को देखकर यह कहा जा सकता है कि भारतीय संस्कृति में भक्ति का स्थान अद्वितीय है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कब मनाई जाती है?
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी हर वर्ष भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है।
इस पर्व पर क्या विशेष आयोजन होते हैं?
इस पर्व पर भक्त मंदिरों में पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन और नृत्य करते हैं।
क्या सुरक्षा के इंतजाम होते हैं?
जी हाँ, इस अवसर पर मंदिरों के आसपास सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए जाते हैं।
कौन से स्थानों पर जन्माष्टमी मनाई जाती है?
जन्माष्टमी देशभर के विभिन्न स्थानों पर मनाई जाती है, जैसे दिल्ली, हरिद्वार, कन्नौज, आदि।
इस पर्व का महत्व क्या है?
यह पर्व भक्ति और प्रेम का प्रतीक है, जो समाज में एकता और सद्भाव को बढ़ाता है।