क्या ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा से परिवार में उत्साह है?

सारांश
Key Takeaways
- शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा ने उनके परिवार में खुशी का माहौल बनाया है।
- उनके माता-पिता उनकी सुरक्षित वापसी का इंतजार कर रहे हैं।
- मिशन की ओर से वापसी की तारीख की पुष्टि नहीं हुई है।
- यह यात्रा भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- स्थानीय लोग इस उपलब्धि की चर्चा कर रहे हैं।
लखनऊ, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा को लेकर उनके परिवार में उत्साह और बेसब्री का माहौल है। राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में शुभांशु के माता-पिता ने कहा कि वे सुरक्षित वापसी का इंतजार कर रहे हैं।
शुभांशु के माता-पिता ने अपनी खुशी और बेटे की सुरक्षित वापसी की आशा जताई है। हालांकि, मिशन की ओर से उनकी वापसी की तारीख को लेकर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन परिवार को उम्मीद है कि वह 14 जुलाई के बाद घर लौटेंगे।
शुभांशु के पिता शम्भू दयाल शुक्ला ने कहा, "हम बस उनके जल्द और सुरक्षित लौटने का इंतजार कर रहे हैं। पूरा परिवार उनकी राह देख रहा है। मिशन की ओर से अभी वापसी की सटीक तारीख की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन ऐसा लगता है कि यह 14 जुलाई के बाद ही संभव होगा।"
उन्होंने कहा, "लैपटॉप पर हमारी बातचीत हुई थी। शुभांशु ने स्पेस के अंदर की चीजें दिखाई थीं। वे कैसे सोते हैं, कैसे चलते हैं, कैसे पानी पीते हैं, खाने का क्या तरीका है, सब कुछ शुभांशु ने अच्छी तरह से दिखाया। पृथ्वी वहां से कैसी दिखती है, ये सब भी शुभांशु ने दिखाया।"
शुभांशु की मां आशा शुक्ला ने भी अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, "यह सुनकर बहुत अच्छा लग रहा है। अभी तारीख की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यह खबर ही खुशी दे रही है। जब वह गया था, तब भी हमें ऐसा ही महसूस हुआ था, और अब लौटने की खबर पर भी खुश हैं। हम बेसब्री से उसका इंतजार कर रहे हैं।" उनकी मां ने कहा कि वे वहां से सूर्योदय भी दिखाया करते हैं।
शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन हैं, जिन्हें अंतरिक्ष मिशन के लिए चुना गया। लखनऊ में उनके परिवार और स्थानीय लोग उनकी इस उपलब्धि की चर्चा कर रहे हैं। शुभांशु की अंतरिक्ष यात्रा भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान क्षेत्र में एक और मील का पत्थर मानी जा रही है।