क्या सीतामढ़ी में विपक्ष पर बरसे पीएम मोदी?
सारांश
Key Takeaways
- सीतामढ़ी में पीएम मोदी का प्रभावशाली भाषण।
- बिहार के विकास में एनडीए का योगदान।
- महागठबंधन की नीतियों पर कड़ा सवाल।
- बिहार के बच्चों का भविष्य चुनाव पर निर्भर करेगा।
- जंगलराज का खात्मा जरूरी।
सीतामढ़ी, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बिहार के सीतामढ़ी में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए महागठबंधन पर कड़ा हमला किया। पीएम मोदी ने कहा कि पहले चरण के मतदान में बिहार ने अद्भुत प्रदर्शन किया है। पहले चरण में जंगलराज वालों को 65 वोल्ट का झटका लगा है। चारों ओर चर्चा है कि बिहार के नौजवानों ने विकास को चुना है, एनडीए को चुना है। बिहार की बहनों और बेटियों ने भी एनडीए की रिकॉर्ड जीत सुनिश्चित कर दी है।
पीएम मोदी ने कहा कि हम आज सीतामढ़ी में जो माहौल देख रहे हैं, वह दिल को छू लेने वाला है। यह वातावरण इस बात का संकेत दे रहा है कि - "नहीं चाहिए कट्टा सरकार, फिर से एनडीए सरकार।"
उन्होंने कहा कि आप लोगों ने अच्छे अच्छे लोगों की नींद उड़ा दी है। यही तो जनता की ताकत होती है। मां सीता की इस पवित्र भूमि पर आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मुझे 5-6 साल पहले का आज का ही दिन याद आता है। वह तारीख थी 8 नवंबर, 2019, जब मैं माता सीता की इस धरती पर आया था और अगले दिन मुझे पंजाब में करतारपुर साहिब कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए जाना था। अगले ही दिन सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या पर फैसला भी आना था। मैं मन ही मन प्रार्थना कर रहा था कि सीता मैया के आशीर्वाद से फैसला रामलला के पक्ष में आए। जब सीता माता की धरती से प्रार्थना की जाए, वह कभी विफल नहीं जाती। ऐसा ही हुआ, सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के पक्ष में फैसला दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि आज मां सीता की इस पवित्र भूमि पर आकर, आपका आशीर्वाद ले रहा हूं, तो उत्साह से भरे लोगों के बीच वह दिन याद आना स्वाभाविक है। मां सीता के आशीर्वाद से ही बिहार विकसित बिहार बनेगा। यह चुनाव तय करेगा कि आने वाले वर्षों में बिहार के बच्चों का भविष्य क्या होगा। इसलिए यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "राजद बिहार के बच्चों के लिए क्या करना चाहता है, यह उनके नेताओं के चुनाव प्रचार में स्पष्ट दिखाई देता है। आप जरा इन जंगलराज वालों के गाने और नारे सुनिए। आप कांप जाएंगे कि ये क्या सोचते हैं, क्या बोलते हैं। राजद के मंचों पर मासूम बच्चों से कहलवाया जा रहा है कि वे रंगदार बनना चाहते हैं। बिहार का बच्चा अब रंगदार नहीं बन सकता, हमारा बच्चा इंजीनियर बनेगा, डॉक्टर बनेगा, वकील बनेगा, जज बनेगा।"
पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि "जंगलराज का मतलब है कट्टा, क्रूरता, कटुता, कुसंस्कार और करप्शन। ये कुसंस्कार से भरे लोग हैं, ये कुशासन चाहते हैं। भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर जैसे महान नेताओं ने बिहार को सामाजिक न्याय और विकास का विश्वास दिया था, लेकिन जंगलराज आते ही बिहार में बर्बादी का दौर शुरू हो गया। राजद ने बिहार में विकास के पूरे माहौल को समाप्त कर दिया।