क्या श्रीलंकाई नौसेना ने रामेश्वरम से आठ भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- श्रीलंकाई नौसेना ने आठ भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया।
- मछुआरों पर अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पार करने का आरोप है।
- रामेश्वरम से गिरफ्तार किए गए मछुआरों की नाव भी जब्त की गई।
- मछुआरों की एसोसिएशन ने भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है।
- गिरफ्तारी के बाद मछुआरों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा सकता है।
चेन्नई, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। श्रीलंकाई नौसेना ने रविवार तड़के तमिलनाडु के आठ मछुआरों को गिरफ्तार किया है। इन मछुआरों पर अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) पार करके श्रीलंकाई जलक्षेत्र में घुसने का आरोप लगा है।
यह मछुआरे रामेश्वरम से शनिवार रात को निकले थे। मछुआरों को उनकी नाव के साथ हिरासत में लिया गया है। श्रीलंकाई नौसेना के अधिकारियों ने मछुआरों की नाव भी जब्त कर ली है।
मत्स्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, मछुआरे डेल्फ्ट द्वीप के पास काम कर रहे थे जब उन्हें श्रीलंकाई नौसेना के गश्ती दल ने रोक लिया।
श्रीलंकाई अधिकारियों ने मछुआरों पर अपने जलक्षेत्र में अवैध रूप से मछली पकड़ने का आरोप लगाया है। उन्होंने बार-बार उल्लंघन का हवाला दिया है, जबकि राजनयिक हस्तक्षेप का प्रयास भी जारी है।
हाल के वर्षों में, रामनाथपुरम और पुदुकोट्टई जैसे तटीय जिलों के कई मछुआरों को श्रीलंका में गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा है, जिससे 'पाक जलडमरूमध्य' के दोनों ओर तनाव बढ़ गया है।
तमिलनाडु के मछुआरे लंबे समय से श्रीलंकाई नौसेना द्वारा उत्पीड़न का आरोप लगाते आ रहे हैं। उनका कहना है कि मछली के घटते स्टॉक और सीमित क्षेत्र के कारण उन्हें अक्सर सीमा पार करना पड़ता है।
वे यह भी दावा कर रहे हैं कि पारंपरिक फिशिंग ग्राउंड्स अब दशकों पहले के समुद्री सीमा समझौतों के कारण श्रीलंका के अधिकार क्षेत्र में आ गए हैं।
तमिलनाडु सरकार ने बार-बार केंद्र सरकार से इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने मछुआरों और उनकी नावों की रिहाई का आग्रह किया है। इसके जवाब में, भारतीय अधिकारियों ने अपने श्रीलंकाई समकक्षों के साथ लगातार बातचीत की है।
इस बीच, रामेश्वरम में मछुआरों की एसोसिएशन ने गिरफ्तार मछुआरों और उनकी नाव की सुरक्षित रिहाई की मांग की है, और भारत सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है। उन्होंने बार-बार होने वाली गिरफ्तारियों पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है।
फिलहाल, गिरफ्तार मछुआरों को श्रीलंका में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जा सकता है।