क्या स्वदेशी को जन आंदोलन बनाने में जुटे हैं कार्यकर्ता : अरुण सिंह?

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क्या स्वदेशी को जन आंदोलन बनाने में जुटे हैं कार्यकर्ता : अरुण सिंह?

सारांश

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने स्वदेशी आंदोलन को जन आंदोलन में बदलने के लिए कार्यकर्ताओं की मेहनत पर प्रकाश डाला। उन्होंने आत्मनिर्भरता, रक्षा उत्पादन, और डिजिटल इंडिया के महत्व पर भी जोर दिया। जानिए इस महत्वपूर्ण चर्चा के बारे में।

Key Takeaways

  • स्वदेशी आंदोलन को जन आंदोलन में परिवर्तित करना है।
  • आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने के लिए प्रयास जारी हैं।
  • डिजिटल इंडिया का महत्व बढ़ रहा है।
  • रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं।
  • नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।

भोपाल, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के राष्ट्रीय संयोजक अरुण सिंह ने बताया कि स्वदेशी आंदोलन को एक जन आंदोलन में परिवर्तित करने के लिए कार्यकर्ता समाज के साथ मिलकर प्रयास कर रहे हैं।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए अरुण सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा इस बात पर ध्यान देते हैं कि देश किस प्रकार आत्मनिर्भर बने। उनका मानना है कि हम आत्मनिर्भर भारत के माध्यम से ही विकसित भारत का सपना साकार करेंगे। प्रधानमंत्री के आह्वान पर स्वदेशी का यह अभियान पूरे देश में चल रहा है और पार्टी के कार्यकर्ता इस अभियान को जन आंदोलन में बदलने के लिए कृतसंकल्पित हैं। आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश ही आत्मनिर्भर भारत का एक मजबूत आधार है।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि आजादी के बाद लंबे समय तक कांग्रेस की सरकारों ने शासन किया और उन्होंने कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को सरकारी नियंत्रण में रखा। 1991 में लिबराइजेशन और ग्लोबलाइजेशन का दौर आया, जिसके बाद इन क्षेत्रों का निजीकरण किया गया। लेकिन उस समय भी कांग्रेस की सरकारें देश के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के बारे में नहीं सोच पाईं। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से देश का इंफ्रास्ट्रक्चर वर्ल्ड क्लास बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी की सरकार के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए अरुण सिंह ने कहा कि भारत आज जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही हम जर्मनी को भी पीछे छोड़ देंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने 'मेक फॉर द वर्ल्ड' का आह्वान किया, जिसके परिणामस्वरूप आज हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल निर्माता बन चुके हैं।

रक्षा क्षेत्र में भी प्रधानमंत्री मोदी ने देश में रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। अब हम खुद राइफल, गोला-बारूद और बुलेटप्रूफ जैकेट बना रहे हैं। ये वही मिसाइलें हैं, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों को ध्वस्त किया था।

उन्होंने कहा कि डिफेंस कॉरिडोर के निर्माण के बाद देश में रक्षा उत्पादन और बढ़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से देश में छह सेमीकंडक्टर उत्पादन यूनिट स्थापित की जा रही हैं। डिजिटल इंडिया का आह्वान करते हुए हमारा यूपीआई आज दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म बन चुका है।

Point of View

यह कहना उचित है कि स्वदेशी आंदोलन का उद्देश्य केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को भी प्रोत्साहित करता है। देश की प्रगति के लिए सभी वर्गों की भागीदारी आवश्यक है।
NationPress
14/10/2025

Frequently Asked Questions

स्वदेशी आंदोलन का उद्देश्य क्या है?
स्वदेशी आंदोलन का उद्देश्य देश की अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाना और स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देना है।
किस प्रकार कार्यकर्ता स्वदेशी आंदोलन में योगदान दे सकते हैं?
कार्यकर्ता समाज में जागरूकता फैलाकर, स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करके और स्वदेशी कार्यक्रमों में भाग लेकर योगदान दे सकते हैं।