क्या मिजोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का निधन राजनीतिक गलियारों में शोक का कारण बना?

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क्या मिजोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का निधन राजनीतिक गलियारों में शोक का कारण बना?

सारांश

स्वराज कौशल के निधन पर देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके योगदान को याद करते हुए कई प्रमुख नेताओं ने संवेदना व्यक्त की है। जानिए इस खबर के पीछे की कहानी और स्वराज कौशल के योगदान के बारे में।

Key Takeaways

  • स्वराज कौशल का निधन भारतीय राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण क्षति है।
  • उन्होंने संविधान और न्याय व्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान दिया।
  • राजनीतिक नेताओं ने उनके निधन पर संवेदना व्यक्त की।
  • उनका जीवन समाज सेवा के प्रति समर्पित था।
  • इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर फैल गई।

नई दिल्ली, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और प्रसिद्ध वकील स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। परिवार के सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अपनी अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना मिलते ही राजनीतिक जगत में शोक की लहर फैल गई।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कई अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज के पिता स्वराज कौशल के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त की।

सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''मिजोरम के पूर्व राज्यपाल एवं वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल जी का निधन अत्यंत दुखद है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को सद्गति एवं शोक संतप्त परिजनों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।''

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लिखा, ''वरिष्ठ अधिवक्ता एवं मिजोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। उनका संपूर्ण जीवन संविधान, समाज और राष्ट्र की उन्नति के लिए समर्पित रहा। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।''

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बांसुरी स्वराज के आवास पर जाकर उनके पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने एक्स पर लिखा, ''वरिष्ठ अधिवक्ता, पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल जी को अंतिम प्रणाम कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने आजीवन राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखकर न्याय, संवैधानिक मूल्यों और समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया। कानूनी जगत में उनके कार्यों ने न्याय व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ समाज के उत्थान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें तथा पिता के इस गहन वियोग में बांसुरी स्वराज को धैर्य, शक्ति और संबल दें।''

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक्स पर लिखा, ''मिजोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। वे विनम्रता और उत्कृष्ट जनसेवा के प्रतीक थे। सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान को देश हमेशा सम्मान के साथ याद रखेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों को इस असीम दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।''

मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने लिखा, ''विदिशा की पूर्व सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. सुषमा स्वराज जी के पति, स्वराज कौशल के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। उन्होंने मिजोरम के राज्यपाल, राज्यसभा सांसद एवं वरिष्ठ वकील के रूप में देश को सेवा प्रदान की। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को शांति तथा शोक-संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करें।''

Point of View

NationPress
10/12/2025

Frequently Asked Questions

स्वराज कौशल कौन थे?
स्वराज कौशल मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और एक प्रसिद्ध अधिवक्ता थे।
उनका निधन कब हुआ?
उनका निधन 4 दिसंबर को हुआ।
उनके निधन पर किसने शोक व्यक्त किया?
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
स्वराज कौशल का योगदान क्या था?
उन्होंने संविधान, समाज और राष्ट्र की उन्नति के लिए अपना जीवन समर्पित किया।
उनका अंतिम संस्कार कहाँ हुआ?
अभी इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं है।
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