क्या तमिलनाडु के सरकारी विद्यालय में छात्र की हत्या के पीछे गहरी साजिश है?
सारांश
Key Takeaways
- हिंसक झड़प ने एक छात्र की जान ली।
- सभी आरोपी छात्र नाबालिग हैं।
- पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और छात्रों को गिरफ्तार किया।
- स्कूल में सुरक्षा उपायों की समीक्षा की जा रही है।
- यह घटना शिक्षा प्रणाली में हिंसा के बढ़ते मुद्दे को उजागर करती है।
चेन्नई, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के एक सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प ने 12वीं के एक छात्र की जान ले ली। सीनियर्स और जूनियर्स के बीच किसी मुद्दे पर इतना विवाद बढ़ गया कि मार-पीट की नौबत आ गई। इस दौरान एक छात्र को गंभीर चोट लगी और वह तीन दिन तक अस्पताल में संघर्ष करता रहा, लेकिन अंततः उसकी मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार, सरकारी अरिग्नार अन्ना मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 11वीं कक्षा के कुछ छात्रों ने उस छात्र पर हमला किया।
यह भयानक घटना 4 दिसंबर को स्कूल परिसर में दो कक्षाओं के बीच झड़प के बाद हुई। जांचकर्ताओं के अनुसार, 11वीं कक्षा के चौदह छात्रों के समूह ने अपने सीनियर पर हमला किया। आरोप है कि उन्होंने उस लड़के के सिर पर डंडे से वार किया, जिससे उसे गंभीर चोट आई।
स्कूल अधिकारियों ने तुरंत लड़के के परिवार को सूचित किया। उसके माता-पिता कैंपस पहुंचे और उसे इमरजेंसी इलाज के लिए कुंभकोणम के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। जब उसकी स्थिति बिगड़ गई, डॉक्टरों ने उसे तंजावुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर किया। वहां सर्जनों ने उसके दिमाग से खून का थक्का हटाने के लिए इमरजेंसी ऑपरेशन किया।
सर्जरी और इंटेंसिव केयर के बावजूद, लड़के की स्थिति गंभीर बनी रही। पुलिस के अनुसार, लगभग तीन दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद, रविवार सुबह करीब 2:30 बजे उसकी मौत हो गई।
उसकी मौत के बाद, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी 14 आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया; सभी नाबालिग हैं। उन्हें किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया और बाद में किशोर गृह भेज दिया गया।
पट्टीश्वरम पुलिस ने कहा कि उन्होंने प्रारंभ में चोट की गंभीरता के आधार पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "पोस्टमार्टम जांच के बाद, धारा को हत्या में बदल दिया जाएगा।" पुलिस अब उन घटनाओं के क्रम की जांच कर रही है जिनकी वजह से यह हमला हुआ, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या छात्रों के बीच पहले कोई झगड़ा हुआ था और किन परिस्थितियों में झड़प हिंसा में बदल गई।
अधिकारी घटना के समय स्कूल में सुपरविजन के स्तर की भी जांच कर रहे हैं।
इस चौंकाने वाली घटना से अभिभावक, शिक्षक और स्थानीय लोग गुस्से में हैं, जो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और स्कूल परिसर में बेहतर सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों से आपराधिक जांच के साथ-साथ एक विस्तृत जांच शुरू करने की उम्मीद है, क्योंकि इस दुखद मौत ने एक बार फिर छात्रों की बढ़ती हिंसा के मुद्दे को तेजी से सामने ला दिया है।