क्या तमिलनाडु के विरुधुनगर में गोकुलेश पटाखा फैक्ट्री में हुआ विस्फोट है खतरनाक?

सारांश
Key Takeaways
- विरुधुनगर में हुए विस्फोट ने 5 लोगों की जान ली।
- घटना के बाद सुरक्षा मानकों पर सवाल उठे।
- शिवकाशी को भारत में पटाखा उद्योग का केंद्र माना जाता है।
- पटाखों के उत्पादन में सुरक्षा नियमों का पालन जरूरी है।
- पिछले साल भी शिवकाशी में विस्फोट हुआ था।
विरुधुनगर, 1 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के विरुधुनगर में एक पटाखा फैक्ट्री में एक भीषण विस्फोट हुआ है। इस घटना में अब तक 5 लोगों की मृत्यु की सूचना है, जबकि 3 अन्य की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। यह घटना शिवकाशी के निकट चिन्नाकमपट्टी में गोकुलेश पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को हुई।
धमाका इतना भयानक था कि पूरा इमारत ध्वस्त हो गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और बचाव टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं और घायलों को बाहर निकाला। घटनास्थल की तस्वीरों में चारों ओर मलबा बिखरा हुआ नजर आया। शिवकाशी और सत्तूर से अग्निशामक और बचाव दल मौके पर राहत कार्य में व्यस्त हैं।
घायलों को इलाज के लिए शिवकाशी के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वर्तमान में 5 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है।
फैक्ट्री के श्रमिक गोकुलेश पटाखा फैक्ट्री में नियमित काम कर रहे थे, तभी फैक्ट्री में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ। विस्फोट से परिसर के कई कमरे जलकर राख हो गए। अधिकारियों ने बताया कि पटाखा बनाने के दौरान यह विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम 5 लोगों की जान गई।
हालांकि, सटीक कारण अभी तक ज्ञात नहीं हो पाए हैं। इस मामले में एक मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है।
तमिलनाडु में शिवकाशी को भारत में पटाखा उद्योग का केंद्र माना जाता है। यहाँ 90 प्रतिशत पटाखों का उत्पादन होता है। शिवकाशी में लगभग 8 हजार कारखाने हैं, जिनमें लाखों लोग काम कर रहे हैं।
हालांकि, यहां सुरक्षा प्रोटोकॉल अच्छी तरह से स्थापित हैं, लेकिन अक्सर लाइसेंस प्राप्त कारखानों द्वारा इनका उल्लंघन किया जाता है।
शिवकाशी में पहले भी कई ऐसी दुखद घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा मानकों और नियामक निगरानी पर सवाल उठते रहे हैं। पिछले साल शिवकाशी में इसी तरह का एक विस्फोट हुआ था, जिसमें 10 लोग मारे गए थे।