क्या सुहानी शाह ने एफआईएसएम जीतकर इतिहास रचा?

सारांश
Key Takeaways
- सुहानी शाह ने एफआईएसएम जीतकर भारत का नाम रोशन किया।
- उन्होंने जादू की दुनिया में एक नया अध्याय लिखा है।
- उनकी उपलब्धि ने भारत को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई है।
- एफआईएसएम 2025 ने डिजिटल जादूगरों को सम्मानित करने की नई श्रेणी शुरू की।
- सुहानी शाह की यात्रा प्रेरणादायक है।
नई दिल्ली, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय महिला जादूगर और मेंटलिस्ट सुहानी शाह ने एक नया इतिहास लिखा है। उन्होंने 'जादू की दुनिया का ऑस्कर' कहे जाने वाले एफआईएसएम (वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ मैजिक) अवॉर्ड को अपने नाम किया है।
सुहानी शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए इस अवॉर्ड के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, "एफआईएसएम में जीतने वाली पहली भारतीय, जिसे अक्सर 'जादू का ऑस्कर' कहा जाता है। सर्वश्रेष्ठ जादू रचयिता का खिताब। हर क्लिक, ताली और मुझमें जो जादू आपने देखा, उसके लिए धन्यवाद। हमने कर दिखाया।"
सुहानी शाह भारत की सबसे प्रसिद्ध मेंटलिस्ट और जादूगरों में से एक हैं, जिन्होंने सात साल की उम्र से ही जादूगरी के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत की थी और इतनी छोटी उम्र में ही उन्होंने शो करना शुरू कर दिया था।
सुहानी शाह अब तक 5,000 से अधिक लाइव परफॉर्मेंस दे चुकी हैं।
जादू की दुनिया का ऑस्कर कहे जाने वाले सबसे सम्मानित अवॉर्ड में से एक वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ मैजिक- 2025 का खिताब जीतकर उन्होंने देश का नाम ऊंचा कर दिया है। शाह की इस उपलब्धि ने वैश्विक जादू के मंच पर भारत को एक अलग पहचान दिलाई है।
उल्लेखनीय है कि एफआईएसएम के 2025 संस्करण ने ऑनलाइन क्रिएटर्स को समर्पित एक नई श्रेणी शुरू की है, जिसमें उन कलाकारों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से जादू की पहुंच को बढ़ाया है। इस क्षेत्र में भारत की सुहानी शाह ने अब परचम लहरा दिया है।