क्या तरुण चुघ ने महागठबंधन पर हमला करते हुए परिवारवाद और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- तरुण चुघ का महागठबंधन पर हमला परिवारवाद और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
- एनडीए सरकार ने बिहार में विकास की नई दिशा दिखाई है।
- ममता बनर्जी के प्रति तीखे आरोप ने बंगाल की राजनीति को फिर से चर्चा में ला दिया है।
- राजवीर जवंदा का निधन पंजाबी कला के लिए एक बड़ा नुकसान है।
- भाजपा कार्यकर्ताओं की सक्रियता से बंगाल में लोकतंत्र की उम्मीद।
नई दिल्ली, ८ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनावों की तिथियों की घोषणा के साथ ही प्रदेश की राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। इसी बीच, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने महागठबंधन पर तीखा हमला करते हुए कहा कि विपक्ष का मुख्य उद्देश्य केवल सत्ता प्राप्त करना और भ्रष्टाचार को छिपाना है।
उन्होंने कहा, "चाहे लालू प्रसाद यादव हों, तेजस्वी यादव का परिवार हो या गांधी-नेहरू परिवार, ये सभी परिवार अपने प्रभाव को बनाए रखने और भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए गठबंधन करते हैं। इन गठबंधनों में नीति, नेतृत्व और नीयत का अभाव है। यह केवल सत्ता संघर्ष का एक गठजोड़ है, जो समय-समय पर अप्रासंगिक मुद्दे उठाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश करता है।"
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में एनडीए सरकार ने विकास और विश्वास की नई कहानी लिखी है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए चुघ ने कहा, "राहुल गांधी विदेशों में जाकर भारत को बदनाम करने और देश की संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर दिखाने का कार्य करते हैं। बिहार की जनता वंशवाद, जंगलराज और परिवारवाद को हराकर एक बार फिर विकास की राजनीति को चुनने वाली है। आने वाले चुनाव में एनडीए को प्रचंड बहुमत मिलेगा।"
बंगाल में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पहुंचे भाजपा नेताओं पर हमले को लेकर तरुण चुघ ने ममता बनर्जी सरकार पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी का लोकतंत्र केवल विरोधियों पर हमला करने, जिहादी मानसिकता को खुश करने और राजनीतिक पक्षपात करने तक सीमित है। एक आदिवासी सांसद पर हमला होने के बावजूद अधिकारी अपनी आदिवासी पहचान के कारण निष्क्रिय रहते हैं, जो बेहद शर्मनाक है। भाजपा नेताओं पर हमला बंगाल की जनता का अपमान है और जनता इसका करारा जवाब देगी।"
चुघ ने कहा कि बंगाल के बुद्धिजीवियों और सेक्युलर ठेकेदारों ने ममता बनर्जी को सुशासन का मॉडल बताया था, आज चुप हैं। उनकी चुप्पी बंगाल की अराजकता और तानाशाही को और उजागर करती है। उन्होंने कहा, "भाजपा कार्यकर्ता और जनता अब तानाशाही, घुसपैठ और वोट बैंक की राजनीति से मुक्ति दिलाकर बंगाल में सच्चे लोकतंत्र की नींव रखेंगे।"
भाजपा नेता तरुण चुघ ने युवा पंजाबी गायक राजवीर जवंदा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "पंजाबी संगीत ने आज अपनी एक बुलंद आवाज खो दी है। राजवीर जवंदा का जाना पूरी पंजाबी कला और संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अपनी गायकी से न केवल पंजाब, बल्कि पूरी दुनिया के दिलों को छुआ था। उनका असमय निधन हर पंजाबी के दिल को झकझोर गया है।"
चुघ ने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत गायक की आत्मा को शांति मिले और उनके परिवारजनों और प्रशंसकों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान हो। उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब कलाकारों और सांस्कृतिक धरोहर के साथ खड़ी है, और राजवीर जवंदा की कला एवं समर्पण हमेशा याद किए जाएंगे।