क्या तेज प्रताप ने बहन रोहिणी के अपमान पर अपनी प्रतिक्रिया दी?
सारांश
Key Takeaways
- तेज प्रताप यादव की बहन के अपमान का मामला गंभीर है।
- बिहार की राजनीति में परिवार का सम्मान महत्वपूर्ण है।
- सोशल मीडिया पर किया गया बयान विवाद को बढ़ा सकता है।
पटना, १६ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजद सुप्रीमो सीएम लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने बहन रोहिणी आचार्य से जुड़े विवाद पर गहरी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा की है।
तेज प्रताप ने कहा कि मेरी बहन का अपमान किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जा सकता। सुन लो, जयचंदों के परिवार पर हमला करोगे तो बिहार की जनता तुम्हें कभी माफ नहीं करेगी। तेज प्रताप ने राजद प्रमुख लालू यादव से निवेदन करते हुए कहा कि आपका एक इशारा और बिहार के लोग इन जयचंदों को जमीन में गाड़ देंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव में राजद की हार के बाद, लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भाई तेजस्वी यादव पर कई गंभीर आरोप लगाए। रोहिणी ने कहा कि उन्हें पीटने के लिए चप्पल तक उठाई गई। इस पर तेज प्रताप ने सोशल मीडिया के माध्यम से जवाब दिया है।
जनता दल जनता (जेजेडी) के प्रमुख तेज प्रताप ने अपने पार्टी के इंस्टाग्राम हैंडल पर लिखा, 'कल की घटना ने दिल को भीतर तक झकझोर दिया है। मेरे साथ जो हुआ, वह मैंने सहन कर लिया, लेकिन मेरी बहन के साथ जो अपमान हुआ, वह असहनीय है। सुन लो, जयचंदों के परिवार पर वार करोगे तो बिहार की जनता तुम्हें कभी माफ नहीं करेगी।'
उन्होंने आगे लिखा, 'जबसे मैंने अपनी बहन के चप्पल उठाने की खबर सुनी, तब से दिल की आहत अब अग्नि बन चुकी है। जब जनमानस की भावनाएं आहत होती हैं, तो बुद्धि पर पड़ी धूल उड़ जाती है। इन चंद चेहरों ने तेजस्वी की भी बुद्धि पर परदा डाल दिया है। इस अन्याय का परिणाम बेहद भयावह होगा। समय का लेखा-जोखा बड़ा कठोर है।'
तेज प्रताप ने लिखा, 'मैं माननीय आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेरे पिता, मेरे राजनीतिक गुरु लालू प्रसाद जी से निवेदन करता हूं। पिता जी, एक संकेत दीजिए। आपका केवल एक इशारा और बिहार की जनता इन जयचंदों को जमीन में गाड़ देने का काम खुद कर देगी। यह लड़ाई किसी दल की नहीं है, बल्कि परिवार के सम्मान, बेटी की गरिमा और बिहार के स्वाभिमान की लड़ाई है।'