क्या विदेश भाग जाने वाले को छठ पूजा का ज्ञान हो सकता है?
सारांश
Key Takeaways
- तेज प्रताप यादव ने राहुल गांधी पर तीखी टिप्पणी की।
- छठ पूजा और सांस्कृतिक पहचान पर राजनीति हो रही है।
- तेजप्रताप का विकास का वादा बिहार की राजनीति को प्रभावित कर सकता है।
पटना, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) के प्रमुख तेज प्रताप यादव ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के पीएम मोदी और छठ पूजा को लेकर दिए गए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति विदेश भाग जाता है, उसे छठ पूजा का ज्ञान कैसे हो सकता है।
पटना में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए तेज प्रताप ने कहा कि राहुल गांधी को छठ के बारे में क्या जानकारी है? क्या उन्होंने कभी इस पर्व को मनाया है, जिससे उन्हें इसके बारे में कुछ पता हो? जो व्यक्ति विदेश चला जाता है, उसे छठ पर्व की जानकारी कैसे होगी?
यह केवल तेजप्रताप का ही मत नहीं है, बल्कि एनडीए के नेताओं ने भी राहुल गांधी के छठ पूजा और पीएम मोदी को लेकर दिए गए बयान पर आपत्ति जताई है। कई नेताओं का मानना है कि राहुल गांधी की बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए, क्योंकि वे एक गंभीर नेता नहीं हैं।
जब तेज प्रताप से मुकेश सहनी के उस बयान के बारे में पूछा गया जिसमें उन्होंने कहा था कि वे तेजप्रताप को नहीं जानते, तो उन्होंने जवाब दिया कि मुकेश सहनी कौन हैं? जब संवाददाताओं ने बताया कि सहनी महागठबंधन की तरफ से डिप्टी सीएम पद के उम्मीदवार हैं, तो उन्होंने कहा कि हम मुकेश सहनी को नहीं पहचानते हैं।
जब उनसे पूछा गया कि बिहार में किसकी लहर चल रही है, तो उन्होंने कहा कि बिहार में जनशक्ति जनता दल की लहर है।
तेजप्रताप का कहना है कि उनकी पार्टी की सरकार बनने के बाद बिहार में रोजगार मुहैया कराया जाएगा और पलायन को रोका जाएगा। वे लगातार पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे हैं। तेजप्रताप का मानना है कि हम बिहार के समग्र विकास के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं। हमारा उद्देश्य बिहार में पूर्ण बदलाव लाना और एक नई व्यवस्था का निर्माण करना है। हम बिहार के संपूर्ण विकास के लिए लम्बी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।
यह जानना महत्वपूर्ण है कि इस चुनाव में तेजप्रताप यादव अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) के साथ चुनावी मैदान में हैं। वे महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं और लगातार लोगों से मिलकर अपने विचार साझा कर रहे हैं।