क्या तेजस्वी यादव ने ईसी के खिलाफ बदजुबानी की?
सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव ने बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।
- निर्वाचन आयोग की निष्क्रियता पर चिंता जताई।
- बिहार में अपराधियों के बढ़ते हौसले का जिक्र किया।
- आर्थिक भ्रष्टाचार की ओर भी इशारा किया।
- इस बार जनता का वोट एनडीए को बाहर करने के लिए होगा।
पटना, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव ने निर्वाचन आयोग (ईसी) के खिलाफ एक विवादास्पद टिप्पणी की है। उन्होंने बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, "राज्य में दिनदहाड़े हत्याएं हो रही हैं। एसआई की हत्या की जा रही है। विपक्ष के नेताओं की हत्या हो रही है। नाम दर्ज एफआईआर के बावजूद आरोपी रैलियों में खुलेआम घूमते हैं। 40 लोगों के काफिले में गोली, बंदूक और बारूद लेकर घूमते हैं। इन हत्याओं के बावजूद किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।"
तेजस्वी यादव ने कहा, "चुनाव आयोग कहां है? चुनाव आयोग मर गया है क्या?"
उन्होंने यह भी कहा, "क्या चुनाव कानून केवल विपक्ष के लोगों पर ही लागू होता है, जबकि सत्ता में बैठे लोग बच जाते हैं? चाहे हत्या हो या कोई और अपराध, कोई कार्रवाई नहीं हुई है।"
राजद नेता ने आरोप लगाया कि बिहार में अपराधी बेलगाम हो चुके हैं और सत्ता में बैठे लोग उन्हें संरक्षण दे रहे हैं। उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग गायब है। 10-10 हजार रुपए रिश्वत बांटी जा रही है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।"
तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता सब देख रही है और इस बार चुनाव में एनडीए को सत्ता से बाहर करने का काम करेगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के वीडियो संदेश पर भी सवाल उठाया गया, लेकिन तेजस्वी यादव ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
उन्होंने प्रधानमंत्री को टैग करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "आपको पता है न कल आरा में पिता-पुत्र प्रमोद कुशवाहा और प्रियांशु कुशवाहा की सत्ता संरक्षित अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। अपने भाषण में कृपया जंगलराज का जिक्र अवश्य करें। आपके प्रत्याशी खूब खून-खराबा कर रहे हैं।"