क्या तेलंगाना के पंचायत चुनावों के पहले चरण में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों ने बड़ी जीत हासिल की?
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों की जीत ने पार्टी की मजबूती का संकेत दिया।
- 84.28% मतदान प्रतिशत सक्रिय नागरिक भागीदारी को दर्शाता है।
- चुनाव शांति से संपन्न कराने के लिए 50,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।
- गैर-दलीय चुनावों में भी पार्टी समर्थन का प्रभाव दिखा।
- चुनाव आयोग ने तीन चरणों में चुनाव प्रक्रिया को निर्धारित किया है।
हैदराबाद, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना में ग्राम पंचायत चुनावों के पहले चरण में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के समर्थन प्राप्त उम्मीदवारों ने शानदार सफलता प्राप्त की है। गुरुवार को संपन्न हुई मतगणना में अधिकांश ग्राम पंचायतों में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों की जीत का रिकॉर्ड बना।
हालांकि ये चुनाव गैर-दलीय आधार पर आयोजित किए गए थे, लेकिन परिणामों ने स्पष्ट रूप से दिखा दिया है कि कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों को भारी समर्थन प्राप्त हुआ है। कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों ने 1,924 सरपंच पद जीते, जबकि मुख्य विपक्षी दल भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने 975 सीटों के साथ दूसरा स्थान पाया। भाजपा ने 156 सीटें जीतकर तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि 428 ग्राम पंचायतों में अन्य उम्मीदवार विजयी रहे।
टीपीसीसी अध्यक्ष महेश कुमार गौड़ ने परिणामों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ये नतीजे कांग्रेस सरकार में जनता के भरोसे को दर्शाते हैं।
पहले चरण में कुल 3,834 सरपंच पदों के लिए मतदान सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक हुआ। मतगणना दोपहर 2 बजे शुरू हुई और रात 10 बजे तक 3,478 ग्राम पंचायतों के परिणाम घोषित कर दिए गए। इस चरण में 84.28% मतदान हुआ।
कुल 12,960 उम्मीदवार सरपंच पदों के लिए मैदान में थे, जबकि 65,455 उम्मीदवार वार्ड सदस्य पदों के लिए चुनाव लड़ रहे थे। 189 मंडलों में फैले 37,562 मतदान केंद्रों पर 56 लाख से अधिक मतदाता वोट डालने के लिए पात्र थे।
जानकारी के अनुसार, 396 ग्राम पंचायतों के सरपंच और 9,633 वार्ड सदस्य बिना मुकाबले ही निर्वाचित घोषित हुए। एक ग्राम पंचायत और 10 वार्ड सदस्य पदों पर चुनाव अदालत के स्थगन आदेश के कारण नहीं हो सका।
शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए एक लाख से अधिक मतदान कर्मचारी और 50,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। 3,461 ग्राम पंचायतों में सीधी वेबकास्टिंग के माध्यम से मतदान प्रक्रिया की निगरानी की गई।
राज्य चुनाव आयोग की अधिसूचना के अनुसार, पंचायत चुनाव तीन चरणों में 11, 14 और 17 दिसंबर को आयोजित किए जा रहे हैं। कुल 12,728 सरपंच और 1,12,242 वार्ड सदस्य पदों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 1.66 करोड़ वोटर पात्र हैं।
राज्य कैबिनेट ने पिछले महीने यह निर्णय लिया था कि केंद्र से मिलने वाली 3,000 करोड़ रुपये की अनुदान राशि, जिसे 31 मार्च 2026 तक खर्च करना है, के मद्देनजर फिलहाल केवल ग्राम पंचायत चुनाव कराए जाएं।