क्या टीएस सिंह देव का बयान बिरनपुर कांड को सिर्फ भाजपा का राजनीतिक खेल बताता है?

सारांश
Key Takeaways
- बिरनपुर हत्याकांड में सीबीआई की चार्जशीट से राजनीतिक हलचल बढ़ी है।
- टीएस सिंह देव ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- सांप्रदायिक हिंसा के जरिए वोट जुटाने का भाजपा का फॉर्मूला है।
- पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर की नजरबंदी पर सवाल उठाए गए हैं।
- अन्य एफआईआर की जांच भी आवश्यक है।
अंबिकापुर, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के बिरनपुर हत्याकांड में सीबीआई की चार्जशीट के बाद से राजनीतिक गर्मी बढ़ गई है। कांग्रेस के नेता भाजपा पर तीखे हमले कर रहे हैं। उनका कहना है कि सीबीआई की चार्जशीट से भाजपा की साजिश का पर्दाफाश हुआ है। इस संदर्भ में पूर्व उप मुख्यमंत्री टी एस सिंह देव का भी बयान आया है।
कांग्रेस नेता टीएस सिंह देव ने कहा कि बिरनपुर हत्याकांड में पूर्व कृषि मंत्री रवींद्र चौबे और अन्य कांग्रेस नेताओं पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कांड भाजपा की रची हुई एक साज़िश है, जिसका उद्देश्य केवल राजनीतिक लाभ उठाना है।
टीएस सिंह देव ने कहा कि भाजपा का काम धार्मिक नाम और सांप्रदायिक हिंसा के जरिए वोट जुटाना है। उन्होंने बताया कि अयोध्या में देखा गया था कि भाजपा को भगवान के नाम से चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, इसलिए अब वे सांप्रदायिक हिंसा के जरिए वोट हासिल करना चाहती हैं। हिंदू-मुस्लिम को आपस में लड़ाकर राजनीतिक लाभ उठाना भाजपा का मुख्य फॉर्मूला है।
टीएस सिंह देव ने यह भी कहा कि बिरनपुर कांड से जुड़े अन्य एफआईआर की भी सीबीआई जांच होनी चाहिए, ताकि पूरे मामले की सच्चाई सामने आ सके।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर की नजरबंदी पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि जब देश के गृह मंत्री आते हैं, तब पूर्व गृह मंत्री को नजरबंद करना उचित नहीं है। टीएस सिंह देव ने ननकी राम को एक शांतिप्रिय व्यक्ति बताया और कहा कि वे हमेशा सही बात कहने से नहीं हिचकते। ऐसे में सवाल उठता है कि उन्हें नजरबंद करने की ज़रूरत क्यों पड़ी और उन्हें बोलने से क्यों रोका गया।