क्या यूनेस्को ने दीपावली को वैश्विक सांस्कृतिक मान्यता दी? - सीएम रेखा गुप्ता
सारांश
Key Takeaways
- यूनेस्को ने दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल किया।
- यह निर्णय 1.4 अरब भारतीयों के लिए गर्व का विषय है।
- दिल्ली सरकार ने इस अवसर पर भव्य रोशनी का आयोजन किया है।
- नेताओं ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताया।
- यह भारत की समृद्ध परंपरा का वैश्विक सम्मान है।
नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। यूनेस्को द्वारा दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल करने के बाद देशभर में खुशी का माहौल है। विभिन्न राज्यों के नेताओं और मंत्रियों ने इस निर्णय को भारत की समृद्ध परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर का वैश्विक सम्मान बताया है। इसी संदर्भ में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने इसे एक ऐतिहासिक क्षण के रूप में प्रस्तुत किया।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दीपावली को वैश्विक मान्यता मिलना हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है।
उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए बहुत खुशियों और गर्व का पल है कि आज हमारे दीपावली त्योहार को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल किया गया है। यह 1.4 अरब भारतीयों के लिए एक विशेष अवसर है। मैं पूरे देश की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूँ, जिन्होंने भारतीय संस्कृति को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित किया है।”
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि दिल्ली सरकार ने इस अवसर पर सभी सरकारी भवनों पर भव्य रोशनी का आयोजन किया है और कई स्थानों पर दीये जलाकर उत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर भारतीय को इस क्षण का उत्सव मानना चाहिए और गर्व का अनुभव करना चाहिए।
इस अवसर पर दिल्ली सरकार में मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दीपावली को मिली यह मान्यता भगवान श्रीराम के भक्तों सहित समस्त भारतीयों के लिए अत्यंत गौरव का क्षण है।
उन्होंने कहा, “यह भारत की संस्कृति के लिए गर्व की बात है कि देशभर में बड़े उत्साह के साथ मनाए जाने वाले दीपावली महोत्सव को अब यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में स्थान मिला है। यह न केवल भारत में निवास करने वालों, बल्कि दुनिया भर में बसे करोड़ों भारतीयों के लिए सम्मान का क्षण है।”