क्या उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन आंध्र प्रदेश में श्री सत्य साईं बाबा के शताब्दी समारोह में हिस्सा लेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- उपराष्ट्रपति का दौरा शिक्षा और सेवा के लिए प्रेरणादायक है।
- श्री सत्य साईं बाबा का शताब्दी समारोह महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।
- उपराष्ट्रपति ने तकनीकी विकास पर जोर दिया।
- समारोह में कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति होगी।
नई दिल्ली, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन रविवार को आंध्र प्रदेश के अपने दौरे के दूसरे दिन श्री सत्य साईं बाबा के शताब्दी समारोह में हिस्सा लेने वाले हैं। इस अवसर पर वह अखिल भारतीय सेवाओं और केंद्रीय सिविल सेवाओं के प्रशिक्षुओं को भी संबोधित करेंगे।
एक अधिकारी के अनुसार, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन पुट्टपर्थी के श्री सत्य साईं हिल व्यू स्टेडियम में श्री सत्य साईं बाबा के भव्य शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
इसके बाद, वह पलासमुद्रम में राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर एवं नारकोटिक्स अकादमी (एनएसीआईएन) के नए परिसर का भी दौरा करेंगे और विशेष फाउंडेशन कोर्स में भाग ले रहे अखिल भारतीय सेवाओं और केंद्रीय सिविल सेवाओं के प्रशिक्षुओं को संबोधित करेंगे।
अपने दौरे के पहले दिन, शनिवार को, उपराष्ट्रपति ने पुट्टपर्थी के प्रशांति निलयम में श्री सत्य साईं इंस्टीट्यूट ऑफ हायर लर्निंग के 44वें कॉन्वोकेशन में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
अपने संबोधन में, उपराष्ट्रपति ने कहा कि श्री सत्य साईं बाबा ने एक ऐसी शिक्षा प्रणाली की कल्पना की थी, जहाँ सेवा एक दायित्व नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक तरीका हो।
उपराष्ट्रपति ने शांति और सद्भाव के प्रतीक के रूप में श्री सत्य साईं बाबा द्वारा स्थापित सर्व धर्म स्तूप वाले विश्वविद्यालय के प्रतीक चिन्ह के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने चरित्र निर्माण, ज्ञान और सभी धर्मों के प्रति सम्मान पर संस्थान के प्रयासों की सराहना की।
सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को देश के मूल्यों से जुड़े रहकर उभरती हुई तकनीकों जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा, ब्लॉकचेन और मशीन लर्निंग को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में परिवर्तनकारी बदलाव हो रहे हैं और दुनिया भारत को गौर से सुन रही है।
उन्होंने कोविड वैक्सीन के विकास की सराहना करते हुए कहा कि भारत ने यह वैक्सीन न केवल अपने लिए, बल्कि मानवता के कल्याण के लिए बनाई है। यह देश की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।
इस अवसर पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, आंध्र प्रदेश सरकार में मंत्री नारा लोकेश, एसएसएसआईएचएल के कुलाधिपति के. चक्रवर्ती और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।