क्या उपराष्ट्रपति के इस्तीफे का रहस्य जनता के सामने आना चाहिए?: आदित्य ठाकरे

सारांश
Key Takeaways
- उपराष्ट्रपति के इस्तीफे का रहस्य जनता के सामने आना चाहिए।
- आदित्य ठाकरे ने सरकार से स्पष्टीकरण की मांग की।
- बिहार विधानसभा चुनाव का संभावित संबंध।
- कृषि मंत्री की लापरवाही पर सवाल उठाए गए।
- भाषाई मुद्दों पर आदित्य ठाकरे का स्पष्ट रुख।
मुंबई, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मानसून सत्र के पहले दिन अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया था। शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा है कि उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर प्रधानमंत्री या केंद्र सरकार की तरफ से बयान आना चाहिए।
मीडिया से बात करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारे लिए उपराष्ट्रपति के इस्तीफे और उनके स्वास्थ्य पर कुछ भी कहना उचित नहीं है। लेकिन, मानसून सत्र के पहले दिन ही जिस तरह उपराष्ट्रपति का इस्तीफा हुआ तो इस पर प्रधानमंत्री या सरकार की तरफ से बयान आना चाहिए। उपराष्ट्रपति के इस्तीफे के पीछे का रहस्य जनता के सामने आना चाहिए। बिहार में विधानसभा चुनाव हैं, क्या इस्तीफे का संबंध उससे हो सकता है। यह भी एक सवाल है कि अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा। सबसे अहम है कि राज्यसभा की कार्यवाही सुगमता से चले।
आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र के कृषि मंत्री पर तंज कसते हुए कहा, "पूरे महाराष्ट्र में 700 से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है। कृषि मंत्री रमी खेल रहे हैं। इससे सरकार की किसानों के प्रति गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
बता दें कि महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे को विधानसभा सत्र के दौरान रमी खेलते हुए देखा गया था।
घाटकोपर में एक महिला के मराठी न बोलने की वजह से उसके साथ हुए दुर्व्यवहार पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमें हिंदी से कोई दिक्कत नहीं है। कोई किसी भी भाषा में बात कर सकता है, मैं भी हिंदी में बोल रहा हूं। लेकिन, हमारा सिर्फ इतना कहना है कि हमारी मातृभाषा का अपमान नहीं होना चाहिए।
आदित्य ठाकरे ने राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को जन्मदिन की बधाई दी। दोनों नेताओं का जन्मदिन 22 जुलाई को है।
--आदित्य ठाकरे
पीएके/जीकेटी