क्या उपेंद्र कुशवाहा की अमित शाह से मुलाकात से एनडीए में एकता का संदेश मिला?

सारांश
Key Takeaways
- उपेंद्र कुशवाहा और अमित शाह की मुलाकात से एनडीए में एकता का संदेश मिला।
- महुआ विधानसभा सीट पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की बात की गई।
- बिहार की 243 विधानसभा सीटों का बंटवारा हुआ है।
- चुनावों में सभी घटक दल पूरी तरह तैयार हैं।
पटना, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत की। यह मुलाकात एनडीए में सीट बंटवारे के कारण उत्पन्न तनाव को समाप्त करने के लिए हुई।
कुशवाहा ने संवाददाताओं से कहा, "हमारी गृह मंत्री के साथ सकारात्मक चर्चा हुई। बिहार चुनाव पर विस्तृत विमर्श हुआ। मुझे भरोसा है कि आगे कोई समस्या नहीं आएगी। बिहार में एनडीए सरकार अवश्य बनेगी। सभी घटक दल पूरी तरह से तैयार हैं।"
उन्होंने महुआ विधानसभा सीट पर अलग से प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने की बात कही, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके।
दरअसल, रविवार को एनडीए ने बिहार की 243 सीटों का बंटवारा किया था। इसमें भाजपा और जेडीयू को 101-101 सीटें मिलीं। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) को 29, जबकि जीतन राम मांझी की हम (सेक्युलर) और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम को छह-छह सीटें दी गईं।
कुशवाहा ने बाद में अपने 'एक्स' हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा, "मैं आप सभी से क्षमा चाहता हूं। आपकी इच्छानुसार सीटों की संख्या नहीं मिल पाई। कई घरों में आज भोजन नहीं बना होगा। लेकिन, कुछ परिस्थितियाँ ऐसी होती हैं, जो दिखाई नहीं देतीं।" उनकी यह पोस्ट वायरल हो गई।
महुआ सीट विवाद का केंद्र बन गई है, क्योंकि कुशवाहा यहां अपने बेटे दीपक प्रकाश कुशवाहा को चुनावी मैदान में उतारना चाहते थे।
ज्ञात हो कि बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होना है। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी। परिणाम 14 नवंबर को घोषित होंगे।