क्या उपराष्ट्रपति चुनाव का परिणाम विनम्रता से स्वीकार किया गया? सी.पी. राधाकृष्णन को बधाई: बी. सुदर्शन रेड्डी

सारांश
Key Takeaways
- बी. सुदर्शन रेड्डी ने चुनाव परिणाम को विनम्रतापूर्वक स्वीकार किया।
- सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद पर बधाई दी गई।
- लोकतंत्र में संवाद और सहयोग की महत्वपूर्णता है।
- चुनाव परिणामों ने लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की ताकत को दर्शाया।
- संविधान के प्रति प्रतिबद्धता का महत्व।
नई दिल्ली, ९ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। संसद भवन में मंगलवार को उपराष्ट्रपति चुनाव के परिणामों की घोषणा की गई। विपक्षी 'इंडिया' ब्लॉक के संयुक्त उम्मीदवार, सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट के जज बी. सुदर्शन रेड्डी ने परिणाम को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हुए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन को जीत की बधाई दी।
बी. सुदर्शन रेड्डी ने पत्र में लिखा, "आज, सांसदों ने भारत के उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में अपना निर्णय सुनाया है। मैं अपने महान गणतंत्र की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में अटूट विश्वास के साथ इस परिणाम को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "यह यात्रा मेरे लिए गहन सम्मान की बात रही है, जिसने मुझे उन मूल्यों के लिए खड़ा होने का अवसर दिया है जिन्होंने मेरे जीवन का मार्गदर्शन किया है, जैसे कि संवैधानिक नैतिकता, न्याय और प्रत्येक व्यक्ति की गरिमा। परिणाम मेरे पक्ष में नहीं है, लेकिन जिस व्यापक उद्देश्य को हमने सामूहिक रूप से आगे बढ़ाने का प्रयास किया है, वह कम नहीं हुआ है। वैचारिक संघर्ष और भी जोरदार तरीके से जारी है।"
रेड्डी ने उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं का आभार व्यक्त किया और कहा, "मैं उन नेताओं का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझे अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया। हमारा लोकतंत्र केवल जीत से ही नहीं, बल्कि संवाद, असहमति और सहभागिता की भावना से भी मजबूत होता है। एक नागरिक के रूप में, मैं समानता, बंधुत्व और स्वतंत्रता के आदर्शों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हूं जो हमें एक साथ बांधते हैं। हमारा संविधान हमारे राष्ट्रीय जीवन का मार्गदर्शक बना रहे।"
उन्होंने सी.पी. राधाकृष्णन को बधाई देते हुए लिखा, "मैं नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन को उनके कार्यकाल की शुरुआत पर हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।"
ज्ञात हो कि एनडीए के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने ४५२ वोट प्राप्त कर भारत के १५वें उपराष्ट्रपति पद पर जीत हासिल की। जबकि विपक्षी 'इंडिया' ब्लॉक के संयुक्त उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को ३०० वोट मिले।