क्या उत्तर प्रदेश से बाहर किए जाएंगे घुसपैठिए? उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का जवाब
सारांश
Key Takeaways
- अवैध निवासियों को हटाने की प्रक्रिया शुरू।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का समर्थन।
- बिहार का उदाहरण दिया गया।
- समाजवादी पार्टी पर आरोप।
- एसआईआर प्रक्रिया का महत्व।
लखनऊ, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के दौरान यह स्पष्ट किया है कि राज्य में अवैध रूप से निवास कर रहे लोगों को बाहर निकाला जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि घुसपैठियों को कड़ी सजा दी जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, "जो भी अवैध रूप से घुसपैठ करता पाया जाएगा, उसे मतदाता सूची और राज्य से हटा दिया जाना चाहिए। राज्य सरकार इस दिशा में लगातार कार्यरत है।" उन्होंने कहा, "कोई भी घुसपैठिया जो यहाँ निवास करता है, उसे निश्चित रूप से बाहर किया जाएगा। कानून के अनुसार कड़ी से कड़ी सजा भी दी जाएगी।"
ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, "विपक्षी पार्टियों की शिकायतों के बारे में आप उनसे सीधे पूछ सकते हैं कि उनकी क्या समस्याएँ हैं।"
उन्होंने बिहार का उदाहरण देते हुए कहा, "वहाँ 65 लाख गलत नामों को मतदाता सूची से हटाया गया। गलत तरीके से नाम हटाने या जोड़ने संबंधी कोई शिकायत बिहार में किसी भी राजनीतिक दल ने नहीं की। इसी प्रकार, उत्तर प्रदेश में एसआईआर प्रक्रिया के माध्यम से अवैध निवासियों, मतदाता सूची में दोहरे नाम और मृत व्यक्तियों के नाम को हटाया जाएगा।"
उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश में एसआईआर प्रक्रिया को लागू करने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा, "जैसे मन की शुद्धता के लिए योग की आवश्यकता है, वैसे ही लोकतंत्र की शुद्धता के लिए एसआईआर की आवश्यकता है।"
विपक्षी दल पर हमला बोलते हुए ब्रजेश पाठक ने कहा, "समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार और संपत्तियों पर अवैध कब्जा आम बात थी। हमारी सरकार में किसी भी अपराधी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यदि आप समाजवादी पार्टी और भाजपा की सरकारों के बीच कानून-व्यवस्था की स्थिति की तुलना करेंगे, तो मौजूदा सरकार का सिस्टम कहीं बेहतर दिखेगा।"