क्या पश्चिम बंगाल विधानसभा में हुमायूं कबीर की सीट बदली जाएगी?
सारांश
Key Takeaways
- हुमायूं कबीर की सीट का संभावित बदलाव टीएमसी के लिए महत्वपूर्ण है।
- सस्पेंशन के बाद पार्टी की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।
- राजनीतिक दृष्टिकोण से यह निर्णय पार्टी के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
कोलकाता, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को जानकारी दी कि पार्टी द्वारा सस्पेंड किए जाने के बाद भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर की सीट पश्चिम बंगाल विधानसभा में बदलने की संभावना है।
हुमायूं कबीर को मुर्शिदाबाद में 'बाबरी मस्जिद-जैसी' मस्जिद के शिलान्यास के विवादास्पद निर्णय के चलते सस्पेंड किया गया था।
राज्य विधानसभा में टीएमसी के मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने कहा कि पार्टी इस मामले पर ध्यान दे रही है और जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा, "हम इस मामले पर ध्यान दे रहे हैं। अगले कुछ दिनों में कबीर समेत सभी सस्पेंड विधायकों की विधानसभा में बैठने की व्यवस्था पर निर्णय होगा।"
कबीर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए छह साल के लिए सस्पेंड किया गया था।
तृणमूल संसदीय दल ने आने वाले शीतकालीन और अंतरिम बजट सत्र से पहले कबीर की सीट बदलने का निर्णय लिया है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि यह कदम बागी विधायक से सुरक्षित दूरी बनाने के लिए उठाया गया है, ताकि वे सत्र के दौरान पार्टी को शर्मिंदा न कर सकें, खासकर जब मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है।
कबीर ने हाल ही में न्यायिक हिरासत से रिहा होने के बाद विधानसभा सत्र में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी।
सूत्रों के अनुसार, कबीर को टीएमसी के एक और सस्पेंड विधायक पार्थ चटर्जी के बगल में बैठाने की संभावना है, जिन्हें स्कूल सेवा आयोग भर्ती भ्रष्टाचार मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद 2022 में सस्पेंड किया गया था। चटर्जी ने भी हाल ही में न्यायिक हिरासत से रिहा होने के बाद विधानसभा सत्र में शामिल होने की इच्छा जताई थी।
यह ध्यान रखने योग्य है कि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने में कुछ ही महीने बचे हैं। शीतकालीन सत्र के अलावा, एक अंतरिम बजट सत्र भी निर्धारित है, जिसके बाद अगले साल के चुनावों से पहले विधानसभा भंग कर दी जाएगी।