क्या देशभर में एसआईआर के दूसरे चरण की रफ्तार तेज हो गई है?
सारांश
Key Takeaways
- मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।
- लक्षद्वीप ने 100 प्रतिशत फॉर्म वितरण पूरा किया।
- देशभर में 98.69 प्रतिशत फॉर्म डिजिटाइज किए गए हैं।
- छोटे राज्यों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है।
- मतदाता सूची का पुनरीक्षण लोकतंत्र को मजबूत बनाता है।
नई दिल्ली, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चुनाव आयोग ने सोमवार को एसआईआर के दूसरे चरण का एक नया अपडेट प्रस्तुत किया, जिसमें देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूची के पुनरीक्षण की तेजी से प्रगति दर्शाई गई है।
आयोग द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन में बताया गया कि 4 नवंबर से शुरू हुआ एन्यूमरेशन चरण 11 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान विभिन्न राज्यों में मतदाता-विशिष्ट एन्यूमरेशन फॉर्म के वितरण और डिजिटाइजेशन का बड़ा हिस्सा पूरा किया जा चुका है।
रिपोर्ट के अनुसार, कई छोटे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने शानदार प्रदर्शन किया है। लक्षद्वीप (जहां कुल 57,813 मतदाता हैं) ने 100 प्रतिशत फॉर्म वितरण और डिजिटाइजेशन पहले ही पूरा कर लिया है। इसी प्रकार, गोवा और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह ने भी अपने लक्ष्यों को लगभग पूरा कर लिया है।
पुडुचेरी (जहां 10.21 लाख मतदाता हैं) ने 99.98 प्रतिशत फॉर्म वितरित कर दिए हैं और 99.90 प्रतिशत फॉर्म डिजिटाइज भी हो चुके हैं।
मध्य प्रदेश (जहां मतदाताओं की संख्या 5.74 करोड़ से अधिक है) ने लगभग 100 प्रतिशत फॉर्म वितरण और 99.97 प्रतिशत डिजिटाइजेशन का कार्य पूरा कर लिया है। गुजरात में वितरण 99.99 प्रतिशत जबकि डिजिटाइजेशन 99.68 प्रतिशत हुआ है।
देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश (जिसमें 15.44 करोड़ से अधिक मतदाता हैं) ने भी 99.95 प्रतिशत फॉर्म वितरित कर दिए हैं। वहीं, डिजिटाइजेशन का आंकड़ा 96.91 प्रतिशत तक पहुंच गया है। केरल में डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया 97.42 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में कुल 5.09 करोड़ से अधिक मतदाता शामिल रहे। एन्यूमरेशन फॉर्म के 99.95 प्रतिशत फॉर्म वितरित किए गए। 50,33,01,912 (98.69 प्रतिशत) फॉर्म डिजिटाइज किए जा चुके हैं।
फॉर्म डिजिटाइजेशन में वे प्रविष्टियां भी शामिल हैं, जिनमें मतदाता अनुपस्थित, शिफ्टेड, मृत या डुप्लिकेट पाए गए हैं।