क्या गिल ने बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को 'जन्नत' कहा?
सारांश
Key Takeaways
- गिल ने बीसीसीआई के सीओई को उत्कृष्ट बताया।
- रिकवरी प्रक्रिया में सुविधाओं का महत्व।
- खिलाड़ियों को आत्म-प्रेरित होना आवश्यक है।
- सीओई में उपलब्ध संसाधनों का उपयोग।
- गिल की फिटनेस यात्रा प्रेरणादायक है।
नई दिल्ली, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। टेस्ट और वनडे के फॉर्मेट में भारतीय टीम के कप्तान शुभमन गिल ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) की प्रशंसा की है, जिसने आगामी साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज से पहले उनकी फिटनेस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गिल साउथ अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता में हुए टेस्ट मैच में बल्लेबाजी के दौरान चोटिल हो गए थे, जिसके कारण वे दूसरे टेस्ट में नहीं खेल सके। इसके बाद उन्हें तीन वनडे मैचों से बाहर रहना पड़ा। अब, गिल पांच टी20 मैचों के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
बीसीसीआई ने सोशल मीडिया पर गिल का एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने अपनी रिकवरी के बारे में कहा, "मैं अब बहुत बेहतर महसूस कर रहा हूं। मुझे लगता है कि जिस दिन मैं यहाँ आया था, उस दिन से आज तक मैंने कई स्किल सेशंस और ट्रेनिंग सेशंस किए हैं। अब मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं। रिकवरी से लेकर ट्रेनिंग तक, यह किसी भी एथलीट के लिए जन्नत है। यहाँ आने पर आप शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से बेहतर बनना चाहते हैं।"
सीओई की सुविधाओं के बारे में गिल ने कहा, "यहाँ की सुविधाएँ अद्भुत हैं। आप ऑक्सीजन चैंबर में जा सकते हैं, वहाँ क्रायो है और जो चीजें मैंने रिकवरी के लिए उपयोग की हैं, वे बहुत प्रभावी रही हैं। वहाँ कई मशीनें हैं, जिनका मुझे प्रयोग करना नहीं आता था, जो इस सेटअप की विशालता को दर्शाता है।"
गिल ने एनीसए में खिलाड़ियों के साथ काम करने वाले प्रशिक्षकों और कोचों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा, "यहाँ सभी कोच और ट्रेनर्स हैं। लेकिन आप कितने तैयार हैं खुद पर काम करने के लिए, यही आपको अन्य खिलाड़ियों से एक कदम आगे ले जाएगा।"